पटना: सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की कमान अब सीबीआई को सौंप दी गई है. सीबीआई ने जांच हाथ में लेते ही रिया चक्रवर्ती और 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज भी किया है. इसको लेकर जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि सुशांत सिंह मामले को परिणति तक पहुंचाने की शुरुआत हो गई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर और केंद्र सरकार की मंजूरी दिए जाने के बाद सीबीआई से पूरी उम्मीद है कि जल्द से जल्द सुशांत सिंह मामले में न्याय मिलेगा.
'CBI केस के साथ हो गई सुशांत सिंह मामले को परिणति तक पहुंचाने की शुरुआत'
मुख्यमंत्री की पहल पर और केंद्र सरकार की मंजूरी दिए जाने के बाद केस सीबीआई को सौंप दिया गया है. जेडीयू ने मामले को लेकर सीबीआई के प्रति काफी उम्मीद जताई है.
'CBI जांच से न्याय मिलने की उम्मीद'
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बिहार सरकार की अनुशंसा पर केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी दिए जाने और सीबीआई जांच की अधिसूचना के बाद अब सुशांत सिंह मामले में न्याय मिलने की उम्मीद है. राजीव रंजन ने कहा कि रिया चक्रवर्ती और अन्य पांच लोगों के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है. यह पूरे घटनाक्रम में महत्वपूर्ण पड़ाव है. राजीव रंजन ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि सीबीआई जल्द इस मामले को तार्किक परिणति तक पहुंचाएगी.
'पूरे मामले में सीएम नीतीश की अहम भूमिका'
बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने पटना में एफआईआर दर्ज कर रिया चक्रवर्ती की भूमिका पर सवाल किया था. साथ ही मुंबई पुलिस की ओर से जांच पर संदेह व्यक्त किया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर एफआईआर होने के बाद जांच टीम को मुंबई भी भेजा गया. लेकिन, मुंबई पुलिस ने जांच में मदद नहीं की. यहां तक की आईपीएस अधिकारी को क्वॉरेंटाइन भी करा दिया, जिस पर काफी बवाल भी मचा. मुख्यमंत्री की ओर से सीबीआई जांच की अनुशंसा करने और केंद्र की ओर से मंजूरी दिए जाने के बाद अब सीबीआई पर सबकी नजर है.