पटना:चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) ने सोमवार को अपने नए 'जन सुराज' अभियान का शंखनाद किया है. राजनीति में उनकी एंट्री के संकेत के साथ ही बिहार के सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है. तमाम दलों के नेताओं ने 'पीके' पर उपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU spokesperson Neeraj Kumar) का कहना है कि जनता दल यूनाइटेड पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.
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''हर व्यक्ति को पार्टी बनाने और कार्यक्रम करने का अधिकार है. लक्ष्य क्या होगा, कार्यक्रम की रूपरेखा क्या होगी और भविष्य में जो चुनौती हैं उन चुनौतियों को कैसे संगठन के स्वरूप में डालेंगे. यह तो उनका विषय है वो जाने. इसका जेडीयू के कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ काम किया है, जिसका उन्हें राजनीतिक अनुभव मिला है. बिहार उनकी जन्मभूमि है और वो यहीं से अपने कार्यक्रम की शुरूआत कर रहे हैं. उसकी क्या रूपरेखा होगी, उसका क्या असर होगा, यह सब भविष्य के गर्भ में है.''-नीरज कुमार, जदयू प्रवक्ता
राजनीति में पीके की एंट्री पर जेडीयू: पीके ने 10 सालों के अनुभव के आधार पर जनता के बीच में जाने का फैसला लिया है, इस सवाल पर नीरज कुमार ने कहा कि विभिन्न दलों के लिए उन्होंने काम किया है. कांग्रेस, बीजेपी, जदयू, तेलंगाना की पार्टी और विभिन्न दलों के लिए कार्यक्रम करते रहे हैं तो उनको अनुभव प्राप्त है. बिहार उनकी जन्मभूमि है, जन्मभूमि से कार्यक्रम की शुरुआत कर रहे हैं तो उसकी क्या रूपरेखा होगी, उसका क्या असर होगा, यह सब भविष्य के गर्भ में है.
जेडीयू पर नहीं पड़ेगा कोई असर: इस सवाल पर कि जदयू में भी पहले शामिल हुए थे सफल नहीं हुए, कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा थी वहां भी सफल नहीं हुए, तब जाकर उन्होंने पार्टी लांच करने की बात कही है. नीरज ने कहा कि इस संबंध में औपचारिक प्रतिक्रिया देने की स्थिति में हम नहीं हैं और ना ही ये मेरे अधिकार क्षेत्र में आता है. कई लोग राजनीतिक दल बना रहे हैं और राजनीतिक दल की बिहार में श्रृंखला है. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर 2015 में बिहार आए, उसके बाद कई दलों के लिए भी काम किया है, रणनीति बनाई है, लेकिन अब पार्टी बना रहे हैं तो उसका क्या असर होगा, हम पर उसका क्या असर पड़ेगा, यह सब भविष्य के गर्भ में है.
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