नए संसद भवन को लेकर नीरज कुमार ने पीएम मोदी से पूछा सवाल पटनाः नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासत थम नहीं रही है. कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है. बिहार की सत्ताधारी पार्टी जदयू ने भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की घोषणा की है. वहीं जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आज प्रवक्ताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नए संसद भवन के डिजाइन और विमल पटेल को ठेका दिए जाने पर सवाल खड़ा किया है. नीरज कुमार ने 6 सवालों के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा है.
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नए संसद भवन की आकृति पर सवालःजदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने नए संसद भवन के डिजाइन पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि जब ब्रिटिश हुकूमत के समय संसद भवन बन रहा था, तब मंदिर के आकार की आकृति की स्वीकृति दी गई, उस समय भी त्रिकोणीय आकार का प्रस्ताव आया था जिसे ब्रिटिश हुकूमत ने रिजेक्ट कर दिया था, लेकिन इस बार त्रिकोणीय आकार के डिजाइन को स्वीकृति दी गई है और उस पर भवन बनाया गया है आखिर इसका क्या राज है यह सनातन धर्म का अपमान है.
पीएम नरेंद्र मोदी से जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार के सवाल नए संसद भवन में सेंट्रल हॉल नहींःनीरज कुमार ने ये भी पूछा है कि नए संसद भवन में सेंट्रल हॉल क्यों नहीं बनाया गया, जहां जॉइंट सेशन होता है. इसके अलावा उन्होंने ये भी पूछा कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात में थे तो विमल पटेल को कई निर्माण का कार्य दिया. वाराणसी का कॉरिडोर का भी काम दिया गया जहां उन्होंने 300 शिवलिंग को तोड़ दिया और जब दिल्ली आए तो उन्हें संसद भवन के निर्माण का कार्य भी दिया गया है, उन्हें पदम श्री भी दिया गया. आखिर इतने बड़े आर्किटेक्ट हैं तो उन्हें दूसरे राज्यों में काम क्यों नहीं मिला. आखिर यह कौन सा खेला है.
विस्तारीकरण और नए भवन के निर्माण में अंतरः नीरज कुमार ने बिहार के नेताओं पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि विस्तारीकरण और नए भवन के निर्माण में अंतर समझ में नहीं आता है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से पैरवी कराकर गुरुकुल में नाम लिखवा लें. नीरज ने आगे कहा कि आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं और वह चयनित हैं. उनकी तुलना राज्यपाल से कर रहे हैं तो यह सीधा संविधान का अपमान है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति से ना शिलान्यास कराते हैं और ना ही उद्घाटन, यह साफ दिखा रहा है कि देश के प्रथम नागरिक का राजनीतिक रूप से साजिशन अछूत मानकर राष्ट्रपति पद का अपमान किया जा रहा है.
28 मई होगा नए संसद भवन का उद्घाटनः आपको बता दें कि पीएम मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. संसद भवन को बनने में कुल 28 महीने का समय लगा है. लोकसभा और राज्यसभा की ओर से अगस्त 2019 को नए संसद भवन के निर्माण के लिए सरकार से अनुरोध किया गया था. 10 दिसंबर 2020 को पीएम मोदी ने नए संसद भवन की आधारशिला रखी. चार मंजिला संसद भवन में कुल 1224 सांसदों के बैठने की व्यवस्था है, लेकिन नए संसद भवन के उद्घाटन के इस ऐतिहासिक क्षण पर देश की कई विपक्षी पार्टियां मौजूद नहीं होंगी, क्योंकि इनकी मांग है कि संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से काराया जाए.