पटना:नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के 'मछली पकड़ने' के बाद से बिहार की सियासत में बयानबाजी तेज हो गई है. खुद जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh) ने इसे तेजस्वी के गिरते आत्मविश्वास से जोड़ा, तो आरजेडी ने उनके बयान को सामंती सोच बता दिया. वहीं अब जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा (Abhishek Jha) ने पलटवार करते हुए कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में बोलने की राजनैतिक हैसियत आप लोगों की नहीं है.
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जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा ने ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर तगड़ा वार किया है. उन्होंने कहा कि ललन सिंह जी के बारे में बोलने की आरजेडी की राजनैतिक हैसियत नहीं है. साथ ही कहा कि वैसे पिताजी (लालू यादव) के जेल में जाने की टीस समझ सकता हूं. मछलियों का क्या मतलब होता था, अपने मामा से पूछ लीजिएगा.
अभिषेक झा ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा, 'हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय ललन सिंह जी के बारे में बोलने की राजनैतिक हैसियत नहीं है आप लोगों की. वैसे पिताजी के जेल में जाने की टीस समझ सकता हूं. आप लोगों के लिए मछलियों का क्या मतलब होता था, तेजस्वी जी के मामा से पूछ लीजिएगा.'
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दरअसल, सोमवार को तारापुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए जाने के दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अचानक अपना काफिला रुकवाया और नहर किनारे बच्चों संग मछली पकड़ने लगे. उन्होंने बच्चों से बातचीत की. इसके बाद गांव के ही सुदामा से बंसी लेकर खुद मछली पकड़ने लगे. काफी देर तक पानी में बंसी को डूबा रखा, इसके बाद एक छोटी मछली उनके बंसी में फंस गई.
तेजस्वी का मछली पकड़ता वीडियो खूब वायरल भी हुआ था, जिस पर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, 'कॉन्फिडेंस लेवल जिसका हाई रहता है, वह मछली मारता है? अब जब मछली मार रहे हैं, तो इसी से समझ लिजिए कि कितना कॉन्फिडेंस लेवल हाई है उनका. वो भी मछली कौन निकला है, पोठिया.'
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वहीं, तेजस्वी यादव ने ललन सिंह के बयान सामने आने के बाद ट्वीट कर इसे मत्स्यजीवी समाज का अपमान बताया. उन्होंने लिखा, 'मत्स्यजीवी समाज को कम आत्मविश्वास वाला और मछली पकड़ने को हे. ये काम बताने वाले नीतीश जी के 'राष्ट्रीय अध्यक्ष’ को पूरे मल्लाह समाज से माफी माँगनी चाहिए. ये JDU-BJP वाले अपनी सामंती सोच को बस किसी तरह दबा, छुपा कर बैठे है. रह-रहकर वंचितों के प्रति जहर इनके मुँह से निकलता ही रहता है.'