पटना: मणिपुर में जदयू के 5 विधायकों के बीजेपी के साथ जाने को लेकर जदयू लगातार बीजेपी पर हमलावर ( JDU Leaders Targets BJP On Manipur Episode) है. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी (Minister Ashok Chaudhary On Manipur Episode) ने कहा है कि बीजेपी जब हमारे साथ थी उस समय भी हमारे विधायकों को तोड़ते थे, यह कोई नई बात नहीं है. वहीं जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha On Manipur Episode) ने कहा कि पूरे देश में विपक्ष को एकजुट करने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं जिससे भाजपा बौखला गई है.
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बोले अशोक चौधरी- 'विधायक टूटे हैं वोट बैंक नहीं': अशोक चौधरी ने कहा कि इस बार हम बीजेपी से अलग हैं. हम लोग भी बीजेपी पर आक्रामक हैं. बीजेपी ने जो काम भी किया है यह कोई नई बात नहीं है लेकिन मणिपुर में जो नीतीश कुमार के चाहने वाले लोग हैं, वोट बैंक अभी भी मौजूद है इसलिए इससे हम लोग घबराने वाले नहीं हैं.
"जब हम साथ थे तब भी हमारे विधायकों को तोड़ा था अब तो हम खिलाफ हैं तो ऐसा करेंगे ही. विधायक तोड़े हैं वोट बैंक नहीं. नीतीश के चाहने वाले लोग मणिपुर में हैं उसे बीजेपी तोड़ नहीं सकती है."- अशोक चौधरी, भवन निर्माण मंत्री, बिहार
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा- 'बौखला गई है बीजेपी': वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि विपक्षी एकजुटता में नीतीश कुमार लगे हैं. यही कारण है कि बीजेपी आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए है. मणिपुर में हमारे विधायकों को उन्होंने तोड़ा है लेकिन हम लोग इससे घबराने वाले नहीं हैं. जनता भी देख रही है कि देश में किस तरह की राजनीति भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं. जनता भी जवाब देने के मूड में है.
"बीजेपी हमारी पार्टी को बर्बाद करने के लिए पहले से लगी थी. उनका यह पुराना रवैया है. आज हम खिलाफ हैं तो आक्रमण बढ़ेगा ही लेकिन हम मुकाबले के लिए तैयार हैं. घात करने वाले करेंगे लेकिन हम मजबूती से मुकाबला करेंगे. जनता हमारे साथ है. विपक्ष की एकता को बनाने में नीतीश जी का बड़ा रोल है."- उपेंद्र कुशवाहा, संसदीय बोर्ड अध्यक्ष, जदयू
मणिपुर में जेडीयू के पांच विधायक बीजेपी में शामिल: बता दें कि जेडीयू ने इस साल मार्च में मणिपुर विधानसभा चुनावमें 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से छह ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी में शामिल होने वाले जेडीयू विधायकों में केएच जॉयकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछबउद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक ए एम खाउटे और थांगजाम अरुण कुमार शामिल हैं. अभी तक इन विधायकों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जेडीयू के लिए ये ना सिर्फ एक झटका है बल्कि पूर्वोतर में कमजोर होती पकड़ का एक संकेत है. असल में कुछ समय पहले ही अरुणाचल प्रदेश में भी जेडीयू का एक मात्र विधायक बीजेपी में शामिल हो गया था. ऐसे में उस राज्य से जेडीयू का प्रतिनिधित्व ही समाप्त हो गया.