पटनाःराजधानी में जलजमाव को लेकर बीजेपी-जदयू के बीच शुरू हुई दूरियां घटने के बजाए बढ़ती ही जा रही है. मंगलवार को विजयदशमी के मौके पर गांधी मैदान में आयोजित रावण वध समारोह में बीजेपी की तरफ से कोई भी नेता नहीं पहुंचा. ऐसे में कहा जा रहा है कि बीजेपी नीतीश कुमार को अलग-थलग करने की कोशिश कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने वाले जदयू नेता अजय आलोक ने बीजेपी नेताओं के गायब रहने पर ट्वीट कर तंज कसा है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा और विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी के साथ सीएम नीतीश अजय आलोक ने अपने ट्वीट में लिखा कि, क्या हो गया बिहार बीजेपी को, कोई भी गांधी मैदान में रावण वध में नहीं आया. जदयू नेता ने बीजेपी नेताओं से सवाल पूछते हुए कहा कि रावण वध नहीं करना था क्या. आपको बता दें कि अजय आलोक प्रवक्ता पद से इस्तीफा देने के बाद लगातार अपनी ही पार्टी पर ट्वीट कर सवाल उठाते रहे हैं. वहीं, इस बार बीजेपी नेताओं को अपने निशाने पर लिया है.
कार्यक्रम से सुशील मोदी भी रहे गायब
विजयदशमी के मौके पर गांधी मैदान में आयोजित रावण वध कार्यक्रम से बिहार बीजेपी के नेताओं ने दूरी बना ली. गौर करने वाली बात ये है कि सीएम नीतीश को कैप्टन बताने वाले डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी कार्यक्रम से नदारद रहे. गौरतलब है कि जलजमाव सहित कई मुद्दों पर बीजेपी नेता नीतीश कुमार की आलोचना कर चुके हैं, जबकि सुशील मोदी लगातार सीएम का बचाव करते नजर आए हैं. हालांकि इस बार बीजेपी के शीर्ष नेताओं सहित पार्टी के अन्य नेता रावण वध कार्यक्रम से गायब रहे.
दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन करते सीएम नीतीश
सुमो की कुर्सी पर बैठे मदन मोहन झा
रावण वध कार्यक्रम में हर साल सीएम नीतीश के साथ बिहार बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री मौजूद रहा करते थे. पिछले साल भी रावण वध में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की थी. हालांकि इस साल सभी नेताओं ने दूरी बना ली. वहीं, दूसरी तरफ सुशील मोदी की कुर्सी पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा बैठे नजर आए, जबकि बीजेपी नेताओं के लिए लगाई गई कुर्सियां खाली रह गई. दशहरा कमेटी के अध्यक्ष कमल नोपानी ने कहा कि कार्यक्रम में सबको निमंत्रण दिया गया था. यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था फिर भी कोई नहीं आए.