पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के सजायाफ्ता रहते हुए जन्मदिन सेलिब्रेट करने पर जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने इसे जेल मैन्युअल का उल्लंघन बताया है. साथ ही उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की है. निखिल मंडल ने कहा कि कानून सबके लिए एक है. लालू यादव का जेल में जन्मदिन मनाना संविधान का उल्लंघन है.
लालू प्रसाद कई धाराओं में सजायाफ्ता
जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने झारखंड सीएम हेमंत सोरेन को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष का झारखंड स्थित रिम्स हॉस्पिटल रांची से जन्मदिन का वीडियो जारी हुआ है. उन्होंने कहा कि यह वाकया बिहार-झारखंड जेल मैन्युअल का खुला उल्लंघन है. निखिल मंडल ने पत्र में कहा है कि लालू जी सजायफ्ता कैदी हैं. जो चिकित्सकीय कारणों से रिम्स हॉस्पिटल रांची में भर्ती हैं. स्वाभाविक है कि अस्पताल में रहने के बावजूद जेल मैन्युअल प्रभावी है.
जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने उठाए सवाल बिहार-झारखंड कारा अधिनियम कार्रवाई की मांग
निखिल मंडल ने पत्र में कहा कि लालू प्रसाद यादव भारतीय दंड संहिता 120b, 467, 420, 409, 468 , 471, 477a, भ्रष्टाचार विरोध निरोध अधिनियम के 13(1), 13 (2) सी और डी के विभिन्न धाराओं में सजायाफ्ता हैं. साथ ही उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री को पत्र में याद दिलाते हुए कहा कि आपको याद होगा कि आप अपने राजनीतिक सहयोगी लालू प्रसाद यादव से 26 दिसंबर 2019 को दो अतिरिक्त वरिष्ठ सहयोगी के साथ मिलने न्यायालय से आदेश लेने के बाद गए थे. हम आपको स्मरण दिलाना चाहते हैं कि बिहार-झारखंड कारा अधिनियम धारा के तहत प्रतिबंधित सामग्री ले जाना अपराध है. राज्य के मुख्यमंत्री हैं, तो स्वाभाविक रूप से आपकी जिम्मेदारी है कि जेल मैन्युअल के उल्लंघन पर बिहार-झारखंड कारा अधिनियम धारा के तहत मुकदमा दर्ज करवाई किया जाए.
लालू के जन्मदिन पर सियासत
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव के सजायाफ्ता रहते हुए जन्मदिन सेलिब्रेट करते हुए वीडियो वायरल हुआ था. उसको लेकर जदयू प्रवक्ता की ओर से यह पत्र लिखा गया है. पत्र के माध्यम से पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की गई है. लालू के जन्मदिन पर ही मंत्री नीरज कुमार की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई तरह के आरोप लगाए गए थे. साथ ही नीरज कुमार ने लालू यादव पर अपने परिवार और गांव के लोगों को भी नहीं छोड़ने का आरोप लगाया था. अब जदयू प्रवक्ता की ओर से यह पत्र भेजा गया है.