पटना: जदयू की ओर से पटना के वेटरनरी कॉलेज मैदान में आज रविवार 26 नवंबर को भीम संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बड़ी संख्या में भीड़ जुटी थी. कहा जा रहा था कि इस कार्यक्रम के तहत नीतीश कुमार दलित वोट बैंक पर निशाना साधेंगे. लेकिन, भीड़ जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बिहार राज्य प्रेरक समन्वय संघ ने नीतीश कुमार का विरोध किया.
नीतीश के खिलाफ नारेबाजीः बिहार राज्य प्रेरक समन्वयक का आरोप था कि उन्हें कहा गया था कि कार्यक्रम में उनके लिए घोषणा की जाएगी लेकिन कोई घोषणा नहीं की गई. बिहार के अलग-अलग जिलों से हजारों की संख्या में पहुंचे बिहार प्रेरक समन्वयक नाराज होकर नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की. मुर्दाबाद के नारे लगाये. 2024 में ताकत दिखाने की धमकी भी दी.
समायोजन की घोषणा नहीं होने से नाराजगीः बिहार प्रेरक समन्वयक संघ का कहना था कि भीड़ उन्हीं लोगों के कारण इकट्ठी हुई. उनका कहना था कि 19000 से अधिक प्रेरक समन्वय यहां पहुंचे हैं और सभी 5 से 10 लोग अपने साथ लेकर आए हैं. मुजफ्फरपुर से आए मनोज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री से हम लोगों को उम्मीद थे लेकिन निराशा हुई है. हम लोगों को बुलाया गया था कि समायोजन होगा लेकिन हम लोगों के बारे में कुछ नहीं कहा गया. जबकि 75% हम ही लोग यहां कार्यक्रम में हैं.
2024 में अंजाम भुगतने की चेतावनीः गया से आए अमित कुमार का कहना था हर बार कार्यक्रम में बुलाकर अपना कार्यक्रम ये लोग सफल कर लेते हैं लेकिन हम लोगों के बारे में कुछ नहीं सोचते हैं. यह अंतिम कार्यक्रम है. 2024 में इन्हें पता चल जाएगा, क्योंकि भीड़ हम ही लोगों के कारण इकट्ठा हुई है. बक्सर से आए रामप्रीत राम का कहना था कि हम लोग नीतीश कुमार के विरोध में इसलिए हैं कि हम लोग बड़ी उम्मीद से आए थे कि घोषणा होगी लेकिन कोई घोषणा नहीं हुई.