नालंदा में आरसीपी सिंह की रैली पर जदयू का हमला पटनाः बिहार में महागठबंधन की ओर से 25 फरवरी को पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में रैली का आयोजन किया जाएगा. उसकी तैयारी चल रही है. वहीं बीजेपी के तरफ से भी 25 फरवरी को ही कार्यक्रम है. अब दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रहे आरसीपी सिंहने (Former Minister RCP Singh) मार्च में रैली आयोजित करने की बात कही है. अब जदयू ने आरसीपी सिंह की रैली को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. जदयू नेताओं ने इशारे में ही आरसीपी सिंह की रैली को बीजेपी की रणनीति का हिस्सा कहा है. उनका कहना है कि बीजेपी ने शिंदे जैसे नेताओं की फौज खड़ी कर रखी है.
ये भी पढ़ेंः Patna News: महागठबंधन की रैली पर पप्पू ने उठाए सवाल, कहा..'बिना कांग्रेस के रैली करके विपक्षी एकता का क्या संदेश जाएगा '
नालंदा में रैली बीजेपी की रणनीति का हिस्साः कभी जदयू के कद्दावर नेता रहे आरसीपी सिंह अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उनके गृह जिले नालंदा में ही मुश्किल बढ़ाने वाले हैं. नालंदा के हिलसा में मार्च में रैली आयोजित की जा रही है. ऐसे तो पहले 26 फरवरी को ही रैली आयोजित करने की घोषणा की गई थी, लेकिन अचानक इसे मार्च में करने का फैसला लिया गया है. रैली को लेकर आरसीपी सिंह के समर्थक तैयारी कर रहे हैं. इस पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन ने कहा कि नालंदा की रैली की बात है तो बीजेपी ने पूरे देश में शिंदे जैसे राजनेताओं की फौज खड़ी कर ली है. नालंदा की रैली बीजेपी की इसी रणनीति का हिस्सा है.
आरसीपी की रैली स्वामी भक्ति के लिएः राजीव रंजन ने कहा कि कहां दो रैलियों की तुलना आप कर रहे हैं. एक रैली में जनता आएगी और दूसरे में लोगों को ढोकर लाया गया है. पूर्णिया की रैली को लोग उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है. पूर्णिया की रैली बीजेपी को कुंभकर्णी नींद से जगाने के लिए होगी, कि अब उसका बिहार में कुछ होने वाला नहीं है. बिहार में बीजेपी दहाई अंक तक नहीं पहुंच पाएगी. जहां तक नालंदा की रैली की बात है तो वहां एक लोग नहीं जुटेंगे. स्वामी भक्ति के लिए वह नालंदा में रैली कर रहे हैं. एक बार फिर बंद दरवाजे पर दस्तक देने की कोशिश करेंगे.
"कहां दो रैलियों की तुलना आप कर रहे हैं. एक रैली में जनता आएगी और दूसरे में लोगों को ढोकर लाया गया है. बिहार में बीजेपी दहाई अंक तक नहीं पहुंच पाएगी. जहां तक नालंदा की रैली की बात है तो बीजेपी ने पूरे देश में शिंदे जैसे राजनेताओं की फौज खड़ी कर ली है. नालंदा की रैली इसी रणनीति का हिस्सा है. वहां एक लोग तक नहीं जुटेंगे. स्वामी भक्ति के लिए वह नालंदा में रैली कर रहे हैं, एक बार फिर बंद दरवाजे पर दस्तक देने की कोशिश करेंगे"- राजीव रंजन, वरिष्ठ नेता जदयू
नालंदा में मुश्किल पैदा करेंगे आरसीपी सिंहः रैली पर लगातार सियासत हो रही है क्योंकि महागठबंधन की ओर से 25 फरवरी को पूर्णिया रंगभूमि मैदान पर रैली आयोजित की गई है और जदयू के तरफ से लगातार दावा हो रहा है कि रैली ऐतिहासिक होगी. वहीं बीजेपी का कहना है कि बीजेपी की रैली कर चुकी है. महागठबंधन के घटक दल हम लोगों का नकल कर रहे हैं. महागठबंधन की रैली का बहुत ज्यादा असर नहीं होगा. लेकिन आरसीपी सिंह नालंदा में रैली कर निश्चित रूप से मुश्किल बढ़ाएंगे और इसीलिए जदयू के नेता परेशान हैं.
"हमलोगों की रैली का अमित शाह की रैली से तुलना करने की जरूरत नहीं है. हमारी रैली ऐतिहासिक होगी. जनता बीजेपी के कुटिल चाल को समझ चुकी है. जनता भ्रमित होने वाली नहीं है. हमेशा बीजेपी ने भ्रम फैलाने का काम किया है"- उमेश कुशवाहा प्रदेश अध्यक्ष जदयू
"भाजपा कई एक रैलियां बिहार में कर चुकी है. अमित शाह जी कई जगह प्रधानमंत्री के कार्यकलापों को लोगों को बता चुके हैं. महागठबंधन हमलोगों की नकल कर रही है. इसका ज्यादा असर नहीं होगा. जहां तक आरसीपी सिंह का सवाल है तो वह तो उनके ही आदमी है. भाजपा को उनसे क्या लेना देना है. उनसे मुख्यमंत्री से दुख हुआ है. इसलिए वह भी अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. आरसीपी सिंह बहुत अच्छे अफसर रहे हैं. बिहार में उन्होंने काफी अच्छा काम किया है. इसलिए उनकी रैली में जो भीड़ उमड़ेगी उससे नीतीश कुमार को आघात पहुंचेगा"- विनोद शर्मा, प्रवक्ता बीजेपी