पटना: बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले लिया है. बिहार सरकार के पुलिस महानिदेशक भारतीय पुलिस सेवा के 1987 बैच के अधिकारी पांडेय ने इससे पहले वीआरएस का आवेदन दिया था, जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया. बिहार के गृह विभाग (आरक्षी शाखा) ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी.
गुप्तेश्वर पांडेय के अचानक रिटायरमेंट के बाद सिविल डिफेंस एंड फायर सर्विसेज के डीजी संजीव कुमार सिंघल को अगले आदेश तक डीजीपी बिहार का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. वर्तमान में संजीव कुमार सिंघल सिविल डिफेंस एंड फायर सर्विस डीजी के पद पर कार्यरत है.
इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
गुप्तेश्वर पांडेय को पिछले वर्ष बिहार का पुलिस महानिदेशक बनाया गया था. वे अगले साल फरवरी में सेवानिवृत्त होने वाले थे. इधर, पांडेय के विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं. जानकारी के मुताबिक, विधानसभा चुनाव में गुप्तेश्वर पांडेय को बक्सर या भोजपुर की किसी सीट से एनडीए का उम्मीदवार बनाया जा सकता है. हालांकि अब तक पांडेय ने इसकी घोषणा नहीं की है.
गुप्तेश्वर पांडेय (फाइल फोटो) 5 महीने का बचा था कार्यकाल
गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. 31 जनवरी 2019 को उन्हें बिहार का डीजीपी बनाया गया था. कार्यकाल पूरा होने में करीब 5 महीने का वक्त बचा हुआ है. राज्य के पुलिस महानिदेशक के रूप में गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुप्तेश्वर पांडेय ने चुनावी मैदान में उतरने की पुरी तैयारी कर ली है.
33 साल का करियर
बतौर आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय 33 साल की सर्विस पूरी कर चुके हैं. एसपी से लेकर डीआईजी, आईजी और एडीजी बनने तक के सफर में गुप्तेश्वर पांडेय प्रदेश के 26 जिलों में काम कर चुके हैं. 1993-94 में वे बेगूसराय और 1995-96 में जहानाबाद के एसपी रह चुके हैं. इन दोनों जिलों में अपने कार्यकाल के दौरान अपराधियों का खात्मा कर दिया था. वहीं, इन्हें कम्यूनिटी पुलिसिंग के लिए भी जाना जाता है.
सुशांत मामले में बेबाक तरीके से रखी थी अपनी बात
बता दें कि फिल्म अभिनेता और पटना के रहने वाले सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में पांडेय देशभर में अपने बयानों को लेकर खूब चर्चित हुए थे. तभी से यह कयास लगाया जाने लगा था कि पांडेय बिहार में चुनाव लड़ेंगे.