पटना: राजधानी पटना स्थित बाल भवन किलकारी में इंस्टॉलेशन स्कल्पचर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इंस्टॉलेशन स्कल्पचर कार्यशाला में बच्चों को स्कल्पचर का निर्माण ऑर्गेनिक तरीके से करना सिखाया गया, जिसके निर्माण में मिट्टी का घड़ा, पेड़ की टहनी, रस्सी, नारियल की रस्सी, जूट और पीओपी का उपयोग किया जाता है.
इंस्टॉलेशन स्कल्पचर कार्यशाला में किलकारी के अलग-अलग विधाओं से 35 बच्चों ने हिस्सा लिया और स्पेक्टर का निर्माण ऑर्गेनिक तरीके से कैसे हो इसको जाना. कार्यशाला में विशेषज्ञ नीतीश कुमार ने बच्चों को जानकारी उपलब्ध कराई कि किस तरीके से बच्चे आसानी से चीजों का निर्माण प्रकृति से जुड़कर करें.
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किलकारी की निदेशक ज्योति परिहार ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण कई कार्यशाला का आयोजन किया गया था. लेकिन सभी ऑनलाइन हो रहे थे. लेकिन आज स्कल्पचर वर्कशॉप में बच्चों को खुले में प्रकृति के साथ कार्य करने का मौका मिला. इस तरीके के कार्यशाला से बच्चों में सृजनात्मक विकास होगा. जिससे बच्चों को अवलोकन, कल्पनाशीलता, एकाग्रता एक नई दिशा मिलेगी. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बच्चों ने यह जाना की प्रकृति और मानव का जो संबंध है. अगर उसके हिसाब से कार्य किया जाए. तो कार्य बेहतर तरीके से होगा और आनंद भी आएगा.