पटना : राज्य में कोविड-19 के तीसरे लहर (corona third wave in bihar) को लेकर सरकार अपनी तैयारियों में लगी है. वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है. लेकिन अब ये सवाल उठ रहे हैं कि अगर बहुत जल्द बच्चों के लिए कोविड-19 का टीका (corona vaccination in bihar) उपलब्ध नहीं हुआ तो थर्ड वेव अंडर-18 बच्चों के लिए घातक सिद्ध हो सकता है. हालांकि इन सब के बीच एक बड़ी राहत की बात है कि मिशन इंद्रधनुष (mission indradhanush in bihar) के तहत कई गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों को बूस्टर डोज दी जाती है.
इसे भी पढ़ें : Bihar Corona Update: 24 घंटे में मिले 1158 नए मामले, रिकवरी रेट पहुंचा 97.48 प्रतिशत
15 साल तक के बच्चों को पड़ता है टीका
दरअसल, बच्चों के जन्म से लेकर करीब 15 वर्ष तक की उम्र तक कई गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए विभिन्न टीके दिए जाते हैं. एक वक्त के बाद पोलियो मिशन, रोटा वायरस, जापानी इंसेफेलाइटिस और चेचक समेत कई अन्य बीमारियों से बचाव के लिए बूस्टर डोज भी दिए जाते हैं. राज्य में मिशन इंद्रधनुष के तहत गर्भवती महिलाओं और बच्चों को बूस्टर देने की शुरुआत इसी साल हुई है.
कोरोना से बचाव में कारगर
डॉक्टर मानते हैं कि जब तक कोविड-19 का टीका बच्चों के लिए उपलब्ध नहीं होता, तब तक यह मिशन इंद्रधनुष के तहत ज्यादा से ज्यादा बच्चों को बूस्टर डोज देकर कई खतरनाक बीमारियों से बचाया जा सकता है. जब बच्चे अन्य बीमारियों से बचेंगे तो उनकी इम्युनिटी अच्छी होगी और वे कोरोना वायरस से भी लड़ पाएंगे.