पटना:संसद से विपक्ष के सांसदों के निलंबन के विरोध में आज राजधानी पटना में महागठबंधन के घटक दल के कार्यकर्ता और नेता सड़क पर उतरकर प्रतिरोध मार्च निकाल रहे हैं. इस दौरान तमाम विपक्षी दलों के कार्यकर्ता आयकर गोलंबर से हिंदी भवन तक पैदल मार्च निकालकर विरोध जता रहे हैं. कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेताओं का बोरिंग रोड से रूट है, जहां से वे पैदल मार्च करते हुए हिंदी भवन पहुंचेंगे.
पटना में प्रतिरोध मार्च: इस दौरान विपक्ष ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि सरकार ने जो किया है वह गलत है. मोदी सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है और यही कारण है कि सवाल पूछने पर सांसदों को निलंबित किया जा रहा है जो कि कहीं से भी उचित नहीं है.
इंडिया गठबंधन के सभी घटक दल शामिल: प्रतिरोध मार्च में शामिल भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल सिंह ने कहा कि मोदी सरकार जो कुछ कर रही है, पूरे देश की जनता देख रही है. सदन में सवाल का जवाब नहीं देती है. उल्टे विपक्ष के सांसदों का निलंबन किया जा रहा है, यह कहीं से भी उचित नहीं है.
"अब तक 141 सांसदों का निलंबन किया जा चुका है जो कि देश की इतिहास में पहली बार है. इससे स्पष्ट है कि मोदी सरकार तानाशाही रवैया सदन के अंदर अपना रही है. हम लोग शुरू से कह रहे थे कि लोकतंत्र को खतरा है तो अब देख लीजिए किस तरह से लोकतंत्र को यह सरकार खत्म करना चाहती है."- कुणाल सिंह, राज्य सचिव, भाकपा माले
निलंबित सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग: विपक्ष ने चेतानी भरे लहजे में आगे कहा कि संसद के अंदर विपक्षियों को लेकर जो सरकार रवैया अपना रही है, वह पूरी तरह से गलत है. उसके खिलाफ हम लोग सड़क पर उतरे हैं. आज पूरे बिहार में प्रतिरोध मार्च है.अगर सरकार निलंबन वापस नहीं लेती है तो निश्चित तौर पर हम लोग पूरे देश में आंदोलन करेंगे.