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बिहार पंचायत चुनाव: 9वें चरण में 6 जिलों में OCR के माध्यम से हुई 100% मतगणना - ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन तकनीक

बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के 9वें चरण की मतगणना गुरुवार को समाप्त हो गई. प्रदेश में निष्पक्ष मतदान को लेकर पहली बार ओसीआर तकनीक के माध्यम से मतगणना प्रक्रिया को संपन्न कराया गया. इसकी जानकारी राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ दीपक प्रसाद (State Election Commissioner Dr. Deepak Prasad) ने दी. पढ़ें पूरी खबर.

राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ दीपक प्रसाद
राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ दीपक प्रसाद

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Published : Dec 2, 2021, 10:44 PM IST

पटना:बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के 9वेंचरण की मतगणना समाप्त (9th Phase Of Counting Ends) हो गया. राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा पंचायत आम निर्वाचन में मतगणना प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष मतगणना परिणाम के संकलन में मानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम करने के उद्देश्य से पहली बार ओसीआर यानी ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन तकनीक (Optical Character Recognition Technology) के माध्यम से मतगणना प्रक्रिया को संपन्न कराया जा रहा है.

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इसी कड़ी में गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय में पहुंचे निकसी के प्रधान संचालक प्रशांत किशोर मित्तल द्वारा ओसीआर तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है. उस पर विस्तृत जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि यह प्रयोग के तौर पर पंचायत चुनाव में इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया गया है. जिससे पूरी तरह से निष्पक्ष मतगणना हो पा रहा है. शुरुआती दिनों में इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करने में थोड़ी सी कठिनाई जरूर हुई और उस समय सभी जिलों में इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग नहीं किया जा रहा था लेकिन इस चरण में 35 जिलों में से 6 जिलों में एक सौ प्रतिशत मतगणना ओसीआर के माध्यम से हुआ है, जबकि अन्य जिलों में 90 प्रतिशत मतगणना ओसीआर के माध्यम से हुआ है.

9वें चरण में 6 जिलों में OCR के माध्यम से 100 प्रतिशत मतगणना

निकसी के प्रधान संचालक प्रशांत किशोर मित्तल ने बताया कि यह बेहद सफल प्रयास है और इस प्रयास को आने वाले दिनों में देश के राज्य निर्वाचन आयोग पहल करेगी. इस तरह का प्रयोग कर मतगणना कराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस प्रयोग को एक डायरी में नोट की जाएगी किस तरह से इस सॉफ्टवेयर का प्रयोग करके कितना सफल हुए हैं और कितने जगह पर असफल हुए हैं, उसकी भी जानकारी इसमें लिखी जाएगी और राज्य निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.

राज्य निर्वाचन आयुक्त डॉ दीपक प्रसाद (State Election Commissioner Dr. Deepak Prasad) ने बताया कि ओसीआर ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन तकनीक में यह एक बेस्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संयुक्त वेब कैमरे को कंट्रोल यूनिट के डिस्पले पैनल पर स्थिर किया जाता है, जो कंट्रोल यूनिट के डिस्प्ले यूनिट पर प्रदर्शित हो रहे अभ्यर्थी का प्राप्त मतों को बिना मानवीय हस्तक्षेप के प्रपत्र को संरक्षित कर लेता है, जिससे कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधा अनुसार कभी भी उसका प्रिंट निकाल सकता है. इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से युक्त वेब कैमरा कंट्रोल यूनिट के डिस्प्ले यूनिट पर प्रदर्शित हो रहे अभ्यर्थी का प्राप्त मतों को वीडियो रिकॉर्डिंग भी करता है. जिसको कोई भी व्यक्ति कभी भी देख सकता है कि प्रत्याशी को कितने मत मिले हैं.

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने खुशी जताते हुए बताया कि 6 जिलों में मुंगेर, पूर्णिया, नालंदा, नवादा, कटिहार और अररिया जिले में ओसीआर टेक्नोलॉजी के माध्यम से शत-प्रतिशत पहली बार परिणाम प्रदर्शित किया गया है. वहीं अन्य जिलों में 90 प्रतिशत से अधिक मतगणना परिणाम ओसीआर के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है.

मुंगेर में चुनाव के दिन एक बूथ पर मतदान कर्मी ओसीआर टैक्लॉजी के प्रयोग के साथ-साथ कई लोगों के आधार का फिंगर प्रिंट लेकर पैसा उड़ाने का काम किया था. इस मामले पर सवाल पूछे जाने पर आयुक्त ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी हो गई है. उन्होंने बताया कि 10 से 12 महिलाओं के खातों से पैसा उसने उड़ाया था. उसी दौरान उसको पकड़ लिया गया और उस व्यक्ति पर कार्रवाई भी की गई है. आयुक्त ने बताया कि इस घटना के बाद जिस केंद्र पर बायोमैट्रिक का प्रयोग किया गया था, सभी जगह जांच करवाया गया लेकिन कहीं से कोई शिकायत नहीं आया.

क्या है ओसीआर तकनीक?
ओसीआर तकनीकी आनी ऑप्टिकल कैरक्टर रिकॉग्निशन तकनीक से ऑटो टेबुलेशन के जरिए पीडीएफ फाइल तैयार किया जाता है. इस तकनीक से जो मतगणना होती है, उसके सबूत भी उपलब्ध होते हैं. राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव के पिछले कई चरणों में इस तकनीक का प्रयोग कर चुका है. इसके जरिए कहीं किसी तरह की गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं होती है. साथ ही इसमें किसी व्यक्ति की हिस्सेदारी भी मतगणना में नहीं होती ऐसे में निष्पक्ष और त्वरित मतगणना इसके जरिए संभव हो पाता है.

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