पटना:राजधानी के अरण्य भवन में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की अध्यक्षता में बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर चर्चा की गई. 'निर्माण एवं विध्वंस क्रियाकलापों से उत्पन्न वायु प्रदूषण की रोकथाम' को लेकर बैठक की गई. इसमें बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.
हाई लेवल मीटिंग में मौजूद रहे कई लोग बैठक में पटना में बढ़ रहे वायु प्रदूषण के कारणों तथा उपायों की भी चर्चा की गई. भवन निर्माण सामग्री के ढोने से हो रहे वायु प्रदूषण, पुराने भवन को तोड़कर नए भवन बनाने के समय हो रहे वायु प्रदूषण और नए सड़क और ओवर ब्रिज के निर्माण के समय हो रहे वायु प्रदूषण पर चर्चा और इसकी रोकथाम के उपायों पर चर्चा की गई.
सुमो ने दी जानकारी वायु प्रदूषण को लेकर बैठक जनता को जागरूक होने की जरूरत- सुमो
उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में वायु गुणवत्ता अनुश्रवण केंद्र का अभाव है. बहुत जल्द बिहार के सभी जिलों में वायु गुणवत्ता अनुश्रवण यंत्र लगाया जाएगा. जिससे कि राज्य की जनता जागरूक हो सके. उन्हें पता चले कि हमारे क्षेत्र में वायु कितना प्रदूषित है और किन कारणों से यह प्रदूषित हो रही है. उन्होंने कहा कि पटना में अक्टूबर माह के अंत तक वायु गुणवत्ता अनुश्रवण मशीन लगाए जाएंगे.
अक्टूबर महीने तक इन जगहों में लगेंगी मशीनें
फिलहाल, पटना में एक मशीन काम कर रही है. इसके अलावा चार और मशीनें लगाई जाएंगी. अक्टूबर महीने में ही इको पार्क, आईजीएमएस, बापू सभागार और एनआईटी पटना के पास वायु गुणवत्ता अनुश्रवण उपकरण लगा दिए जाएंगे. साथ ही उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों में जागरूकता फैलाना जरूरी है. ताकि वायु प्रदूषण कम हो. बता दें कि इस बैठक में बड़ी संख्या में बिल्डर और सड़क निर्माण कंपनी के कर्मचारी मौजूद थे.