पटना : प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू ) को मजबूत करने में लगा है. एफआरयू के प्रदर्शन में सुधार के लिए ब्लड स्टोरेज यूनिट, न्यू बोर्न केयर कॉर्नर, ऑपरेशन थिएटर, उपकरण और दवाओं की व्यवस्था (Equipment and medicines) को सुदृढ़ किया जा रहा है. इसके साथ ही कर्मियों का क्षमता बढ़ाने, कार्यक्रम की नियमित समीक्षा और प्रतिवेदन आंकड़ों के विश्लेषण के साथ-साथ अनुश्रवण और मूल्यांकन (Monitoring and Evaluation) का भी प्रयास जारी है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (health minister Mangal Pandey) का कहना है कि एफ आर यू की क्रियाशीलता बढ़ाने और सेवाओं की गुणवत्ता को सुदृढ़ करने के लिए स्वीकृत मानव बल के अनुरूप किसी भी प्रकार की रिक्ति को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यवस्था की है. इसको लेकर जिले में उपलब्ध विशेषज्ञ चिकित्सकों जैसे स्त्री प्रसूति रोग विशेषज्ञ (Gynecological obstetrician), शिशु रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ, सामान्य सर्जन और उच्च प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सकों को एफ आर यू में प्रतिनियुक्त करने के लिए विभाग की ओर से प्रक्रिया जारी है. इससे एफ आर यू में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को दूर करने में सहूलियत होगी.