पटना:कोरोना महामारी (Corona Pandemic) और लॉकडाउन (Lockdown) में सभी की परेशानियां बढ़ गईं थी. हालांकि अब सरकार द्वारा कई रियायत दी गई है, लेकिन स्वर्ण व्यवसायियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही. लंबे समय के बाद अब दुकानें खोलने की इजाजत तो मिल गई, लेकिन अब सबसे बड़ी समस्या हॉलमार्किंग कानून (Hallmarking act) है.
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16 जून से हॉलमार्किंग कानून लागू हो रहा है. बिहार के करीब 5% स्वर्ण व्यवसाई ने ही हॉलमार्किंग ले रखा है. ऐसे में यदि बिहार में बुधवार से हॉलमार्किंग कानून लागू हो जाता है तो करीब 90 से 95% स्वर्ण व्यवसायियों की दुकानें बंद हो जाएंगी. इस संबंध में हमने पटना के स्वर्ण व्यवसायियों से बात की. व्यवसायियों ने बताया कि हमें पूरी उम्मीद है कि सरकार हमें कुछ ना कुछ रियायत देगी या फिर कानून लागू करने की तिथि को आगे बढ़ाएगी.
बंद हो जाएंगी हजारों दुकानें
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के बिहार कन्वेनर अशोक कुमार वर्मा ने कहा, "पूरे बिहार में लगभग दो लाख छोटे बड़े स्वर्ण व्यवसाई हैं. इनमें महज 1000 ज्वेलर्स ने ही हॉल मार्क ले रखा है. बिहार के 38 जिलों में केवल 10 से 11 जगह पर लाइसेंस होल्डर का सेंटर है. ऐसे में यदि बुधवार से कानून लागू होता है तो बिहार में हजारों दुकानें बंद हो जाएंगी. इस कारण बेरोजगारी काफी अधिक बढ़ जाएगी. व्यवसायियों को नुकसान होगा."
"अभी न सरकार इस कानून को लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार है और न व्यवसाई. राज्य की रीढ़ की हड्डी व्यापारी होते हैं. उम्मीद है कि सरकार व्यापारियों के लिए बेहतर फैसला लेगी."- अशोक कुमार वर्मा, बिहार कन्वेनर, ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन