पटना:एक फरवरी से बिहार इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा शुरू हो रही है और अब परीक्षा को लेकर बहुत कम समय बचा है. ऐसे में शिक्षकों का कहना है कि छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है. इस बार बिहार बोर्ड ने अपना पैटर्न बदला है और इस नए पैटर्न के तहत छात्रों को प्रश्न पत्र सॉल्व करने में काफी सहूलियत होगी.
छात्रों को विशेष ध्यान देने की जरूरत
इसके अलावा शिक्षकों ने यह भी कहा कि सभी विषयों में कुछ विशेष टॉपिक पर छात्रों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि इन टॉपिक से प्रश्न पत्र में प्रश्नों की संख्या ज्यादा रहती है. पटना में 11वीं और 12वीं के छात्रों को कोचिंग देने वाले फिजिक्स के शिक्षक अभिषेक झा ने बताया कि परीक्षा शुरू होने में अब काफी कम दिन बचे हैं ऐसे में छात्रों को अब कुछ नया सीखने के बजाय रिवीजन पर विशेष ध्यान केंद्रित करना होगा.
इस बार बिहार बोर्ड ने अपने पैटर्न में बदलाव किया है और जो बिहार बोर्ड ने अपना सैंपल पेपर जारी किया है, उसके अनुसार छात्रों को बहुत अधिक क्वेश्चंस के ऑप्शंस मिलने वाले हैं. जिनमें से सीमित संख्या में ही क्वेश्चन सॉल्व करने हैं. बिहार बोर्ड के सैंपल पेपर के अनुसार सेक्शन ए में 70 क्वेश्चन होंगे. जिसमें से छात्रों को कोई 35 क्वेश्चन सॉल्व करने हैं और यह एक नंबर का होगा. सेक्शन बी में दो नंबर के 20 सवाल होंगे. जिनमें से बच्चों को कोई 10 सवाल सॉल्व करने हैं.इसके अलावे सब्जेक्टिव के जो लॉन्ग क्वेश्चंस होंगे. वह अच्छे सवाल होंगे और उन में से किन्ही तीन सवाल को छात्रों को सॉल्व करना है- अभिषेक झा, शिक्षक
अधिक क्वेश्चंस का ऑप्शन
अभिषेक झा नेबताया कि कुल मिलाकर प्रश्न पत्र में 96 सवाल पूछे जाएंगे. जिनमें से किसी 48 सवाल को सॉल्व करना है. परीक्षा हॉल में अगर टाइम मैनेजमेंट की बात करें तो छात्रों के पास इस बार बहुत अधिक क्वेश्चंस के ऑप्शन हैं. ऐसे में अगर छात्रों को कोई सवाल उलझाता है, तो वह उसे छोड़ दें और जो सवाल आ रहे हैं सबसे पहले उसे बनाएं. अगर छात्र किसी सवाल में उलझ जाते हैं और उसमें अपना अधिक समय बर्बाद कर देते हैं, तो उन्हें बाकी क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए कम समय बचेंगे. ऐसे में जब इस बार अधिक क्वेश्चंस का ऑप्शन दिया जा रहा है, तो छात्र इसका लाभ लें. जिस क्वेश्चन में अधिक समय लग रहा है उसे छोड़कर आगे दूसरे क्वेश्चन को बनाएं.