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पटना: इंटरमीडिएट परीक्षा की इस प्रकार तैयारी करें छात्र, रिवीजन करना भी जरूरी - बिहार में इंटरमीडिएट परीक्षा

बिहार इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा एक फरवरी से शुरू हो रही है. इसको लेकर शिक्षकों का कहना है कि अगर छात्र किसी सवाल में उलझ जाते हैं और उसमें अपना अधिक समय बर्बाद कर देते हैं, तो उन्हें बाकी क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए कम समय बचेंगे.

intermediate examination in patna
intermediate examination in patna

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Published : Jan 17, 2021, 6:09 PM IST

पटना:एक फरवरी से बिहार इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा शुरू हो रही है और अब परीक्षा को लेकर बहुत कम समय बचा है. ऐसे में शिक्षकों का कहना है कि छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है. इस बार बिहार बोर्ड ने अपना पैटर्न बदला है और इस नए पैटर्न के तहत छात्रों को प्रश्न पत्र सॉल्व करने में काफी सहूलियत होगी.

छात्रों को विशेष ध्यान देने की जरूरत
इसके अलावा शिक्षकों ने यह भी कहा कि सभी विषयों में कुछ विशेष टॉपिक पर छात्रों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि इन टॉपिक से प्रश्न पत्र में प्रश्नों की संख्या ज्यादा रहती है. पटना में 11वीं और 12वीं के छात्रों को कोचिंग देने वाले फिजिक्स के शिक्षक अभिषेक झा ने बताया कि परीक्षा शुरू होने में अब काफी कम दिन बचे हैं ऐसे में छात्रों को अब कुछ नया सीखने के बजाय रिवीजन पर विशेष ध्यान केंद्रित करना होगा.

देखें रिपोर्ट

इस बार बिहार बोर्ड ने अपने पैटर्न में बदलाव किया है और जो बिहार बोर्ड ने अपना सैंपल पेपर जारी किया है, उसके अनुसार छात्रों को बहुत अधिक क्वेश्चंस के ऑप्शंस मिलने वाले हैं. जिनमें से सीमित संख्या में ही क्वेश्चन सॉल्व करने हैं. बिहार बोर्ड के सैंपल पेपर के अनुसार सेक्शन ए में 70 क्वेश्चन होंगे. जिसमें से छात्रों को कोई 35 क्वेश्चन सॉल्व करने हैं और यह एक नंबर का होगा. सेक्शन बी में दो नंबर के 20 सवाल होंगे. जिनमें से बच्चों को कोई 10 सवाल सॉल्व करने हैं.इसके अलावे सब्जेक्टिव के जो लॉन्ग क्वेश्चंस होंगे. वह अच्छे सवाल होंगे और उन में से किन्ही तीन सवाल को छात्रों को सॉल्व करना है- अभिषेक झा, शिक्षक

अधिक क्वेश्चंस का ऑप्शन
अभिषेक झा नेबताया कि कुल मिलाकर प्रश्न पत्र में 96 सवाल पूछे जाएंगे. जिनमें से किसी 48 सवाल को सॉल्व करना है. परीक्षा हॉल में अगर टाइम मैनेजमेंट की बात करें तो छात्रों के पास इस बार बहुत अधिक क्वेश्चंस के ऑप्शन हैं. ऐसे में अगर छात्रों को कोई सवाल उलझाता है, तो वह उसे छोड़ दें और जो सवाल आ रहे हैं सबसे पहले उसे बनाएं. अगर छात्र किसी सवाल में उलझ जाते हैं और उसमें अपना अधिक समय बर्बाद कर देते हैं, तो उन्हें बाकी क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए कम समय बचेंगे. ऐसे में जब इस बार अधिक क्वेश्चंस का ऑप्शन दिया जा रहा है, तो छात्र इसका लाभ लें. जिस क्वेश्चन में अधिक समय लग रहा है उसे छोड़कर आगे दूसरे क्वेश्चन को बनाएं.

जानकारी देते शिक्षक

सभी विषयों में कुछ विशेष टॉपिक
पटना में 11वीं और 12वीं के छात्रों को केमिस्ट्री पढ़ाने वाले शिक्षक आशुतोष झा ने बताया कि वह साइंस स्ट्रीम के बच्चों को यह सुझाव देना चाहेंगे कि सभी विषयों का रिवीजन करें. लेकिन सभी विषयों में कुछ विशेष टॉपिक है. जिसका अच्छे तरीके से रिवीजन करें.

मैथ की बात करें तो डिफरेंशियल और इंटीग्रल कैलकुलस का विशेष रिवीजन करें. क्योंकि मैथमेटिक्स में इस टॉपिक से क्वेश्चन की संख्या सर्वाधिक रहती है. वहीं फिजिक्स में मॉडर्न फिजिक्स और ऑप्टिकल फिजिक्स पर छात्रों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. अगर केमिस्ट्री की बात करें तो केमिस्ट्री में छात्र इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री और केमिकल काइनेटिक्स का विशेष रिवीजन करें. इसके अलावे ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के रिएक्शन मेकैनिज्म बेस्ड सवाल हैं. उसका विशेष रिवीजन करें. क्योंकि यह रिएक्शन बेस्ड क्वेश्चंस केमिस्ट्री में काफी ज्यादा पूछे जाते हैं- आशुतोष झा, शिक्षक

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टॉपिक का रिवीजन करना जरूरी
आशुतोष झा ने बताया कि बायोलॉजी के छात्रों को वह संदेश देना चाहेंगे कि ह्यूमन फिजियोलॉजी के चैप्टर पर विशेष ध्यान दें और बायोटेक्नोलॉजी के सवाल भी काफी इंपॉर्टेंट होते हैं. ऐसे में इन दो टॉपिक का रिवीजन करना बेहद जरूरी है.

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