पटना: बिहार में 13 दिनों में 4 जिलों में हुए चार धमाकों(Blast in Bihar) के बाद ईटीवी भारत की टीम ने पटना रेलवे स्टेशन (Patna Railway Station) की ग्राउंड रियलिटी टेस्ट की तो नतीजे हैरान और परेशान करने वाले थे. पटना जंक्शन (Security on Patna Junction) पर सुरक्षा जांच के नाम पर किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
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हालांकि इस जंक्शन पर चार पहिया वाहन के चेचिस में बम छुपा कर ले जाने की पकड़ने वाली मशीन तो जरूर लगाई गई है. लेकिन इस स्टेशन पर ना ही आने वाले यात्रियों के बैग की जांच की जा रही है. ना ही किसी प्रकार के सुरक्षा के इंतजाम पटना जंक्शन पर देखने को मिल रहे हैं.
सामानों की नहीं हो रही जांच
इस जंक्शन पर आने वाले यात्री कहते हैं कि उनके बैग के सामानों की जांच भी यहां मौजूद पुलिसकर्मी नहीं करते हैं. पटना जंक्शन पर किसी प्रकार की सुरक्षा जांच की व्यवस्था नहीं है. पूर्व में पटना जंक्शन पर बैग स्कैनर मशीन लगाया गया था. लेकिन इसे भी हटा लिया गया है. पटना जंक्शन की सुरक्षा में लगे पुलिस अधिकारी कहीं आराम फरमाते नजर आ रहे हैं. तो कहीं मोबाइल पर गेम खेलते हैं.
बिहार में कब-कब हुआ विस्फोट पुलिस कर्मियों की तैनाती
पटना जंक्शन पर मौजूद आरपीएफ प्रभारी विनोद कुमार सिंह (RPF in-charge Vinod Kumar Singh) ने बताया कि हाल के दिनों में हुए बम धमाके मामले को देखते हुए पटना जंक्शन पर सादी वर्दी में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है.
"वक्त-वक्त पर आरपीएफ की टीम पटना जंक्शन पर गश्ती भी लगाती है. खास करके पार्सल में आने वाले सामानों की जांच भी तत्परता के साथ की जाती है"-विनोद कुमार सिंह, आरपीएफ प्रभारी
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"हाल के दिनों में हुए घटना को देखते हुए पार्सल कार्यालय से बुक होने वाले और यहां आने वाले पार्सल की भी जांच की जाती है. हालांकि पटना जंक्शन से कोई व्यक्ति संदिग्ध वस्तु को बुक ही नहीं करेंगे. अगर धोखे से कोई व्यक्ति कोई आपत्तिजनक या संदिग्ध वस्तु पार्सल के लिए यहां से बुक कर भी देता है तो, उस वस्तु की संदिग्धता को देखते हुए इस मामले की सूचना आरपीएफ को पार्सल कार्यालय से दी जाती है. जिसके बादले मौके पर मौजूद आरपीएफ की टीम उस संदिग्ध वस्तु की तलाश कर वस्तु को बुक करने वाले लोगों की खोजबीन में जुट जाती है"- भीम सिंह, पार्सल प्रभारी, पटना जंक्शन
जंक्शन पर सामानों की नहीं हो रही जांच लगातार हो रहे बम धमाके
बिहार में एक के बाद एक बम धमाके हो रहे हैं. बांका के मदरसा में हुए धमाके की गूंज अभी थमी भी नहीं थी कि अररिया में विस्फोट हो गया. चंद दिनों बाद दरभंगा और सिवान में भी बम फटा. इन धमाकों में आतंकी कनेक्शन की बात भी आ रही है. एनआईए और आईबी जैसी एजेंसियां जांच में लगी हैं.
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कई तरह के सवाल
पिछले 2 हफ्ते में हुए चार बम धमाकों को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर बिहार की धरती से आतंकी साजिश के पीछे क्या राज है. दरभंगा, बांका, सिवान और अररिया ब्लास्ट के पीछे का मास्टरमाइंड कौन है? इसमें कोई दो राय नहीं है कि बिहार में पिछले 2 हफ्ते में जो घटनाएं घटित हुई हैं उसमें बड़ी आतंकी साजिश हो सकती है.
बिहार के मिथिलांचल और पूर्वांचल के इलाके आतंकियों के सॉफ्ट टारगेट रहे हैं. बिहार के मुंगेर, दरभंगा के साथ-साथ कई इलाकों से पहले भी आधुनिक हथियार मिले हैं. बांका, अररिया, दरभंगा के बाद सिवान में भी बम धमाकों से कई सवालखड़े हो रहे हैं.
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हैदराबाद पहुंची बिहार पुलिस
दरभंगा ब्लास्ट(Darbhanga Blast) मामले में बिहार पुलिस की टीम हैदराबाद जांच करने पहुंची है. दरअसल दरभंगा ब्लास्ट मामले की गुत्थी उलझती जा रही है. मामले में आतंकी साजिशका पर्दाफाश हो सकता है.