पटना:बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona Infection in Bihar) लगातार तेजी से फैल रहा है. बिहार में कोरोना के कारण सरकार का कामकाज प्रभावित (Government Work Affected Due to Corona) हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से विकास योजनाओं की समीक्षा से लेकर सरकार के कई बड़े कार्यक्रम पर असर पड़ा है. समाज सुधार अभियान स्थगित हो चुका है. वहीं, राजनीतिक रूप से भी पार्टियों में कामकाज ठप है. बिहार में 15 दिनों में कोरोना संक्रमण 22 गुना बढ़ा है.
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दूसरी लहर से भी ज्यादा तीसरी लहर में सरकार के कामकाज पर असर दिख रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से डॉक्टरों की सलाह पर आइसोलेशन में हैं और मुख्यमंत्री आवास स्थिति अपने कार्यालय में भी पिछले 11 दिनों से नहीं गए हैं. 5 जनवरी को उन्होंने अंतिम कैबिनेट बैठक की थी. उसके बाद से ही अपने आवास में बंद हैं.
दूसरी लहर में मुख्यमंत्री कोरोना को लेकर हर दिन मुख्य सचिव और आला अधिकारियों के साथ समीक्षा करते रहे लेकिन तीसरी लहर में खुद संक्रमित होने के बाद से समीक्षा बैठक भी नहीं हो रही हैं. इस वजह से अधिकारी भी कोई बड़ा फैसला नहीं ले पा रहे हैं. मुख्यमंत्री आवास में कई लोग कोरोना पॉजिटिव हुए थे. सीएम के सचिव अनुपम कुमार और पीआरओ भी पॉजिटिव थे. कई सुरक्षाकर्मी भी पॉजिटिव हुए थे. इसी तरह कई मंत्री कोरोना पॉजिटिव हुए और उसका असर सरकार के पूरे कामकाज पर पड़ रहा है.
हालांकि कुछ लोग अब निगेटिव भी हो गए हैं लेकिन अभी तक पूरी तरह स्वस्थ नहीं हुए हैं. पूरी तरह स्वास्थ होने में अभी काफी समय लग सकता है. ऐसे में आने वाले दिनों में समीक्षा बैठक से लेकर कैबिनेट बैठक भी वर्चुअल माध्यम से ही होगी. कब से यह शुरू होगी, इसको लेकर कुछ तस्वीर साफ नहीं है.