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नियंत्रण में कोरोना, फेस्टिव सीजन को देखते हुए विशेष एहतियात बरतने की जरूरत- चिकित्सक

न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि 2 महीने पहले जब अस्पताल में डेढ़ सौ से 200 कोरोना सैंपल के जांच होते थे उस समय 25 से 30 की संख्या में नए कोरोना संक्रमित मिलते थे. लेकिन वर्तमान समय में अस्पताल में प्रतिदिन 100 से डेढ़ सौ के बीच कोरोना सैंपल की जांच हो रही है. उसमें से बमुश्किल एक से दो नए संक्रमित ही मिल रहे हैं.

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Published : Mar 2, 2021, 10:17 AM IST

corona epidemic
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पटनाःप्रदेश में कोरोनाके खिलाफ इम्यूनाइजेशन चल रहा है. पिछले 2 महीने में बिहार में कोरोना काफी हद तक नियंत्रण में है. यहां प्रतिदिन काफी कम संख्या में नए संक्रमित मिल रहे हैं. अब प्रदेश में प्रतिदिन मुश्किल से 50 के आसपास नए संक्रमित मिल रहे हैं. चिकित्सा जगत से जुड़े एक्सपर्ट का मानना है कि लोगों ने गंभीरता से कोरोना से बचाव के लिए जरूरी एहतियातों का पालन किया है. इसी का नतीजा है कि अभी प्रदेश में कोरोना काफी हद तक कंट्रोल में है.

मिल रहे हैं एक से दो नए संक्रमित
राजधानी पटना के इनकम टैक्स चौराहा स्थित न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि 2 महीने पहले जब अस्पताल में डेढ़ सौ से 200 कोरोना सैंपल के जांच होते थे उस समय 25 से 30 की संख्या में नए कोरोना संक्रमित मिलते थे. लेकिन वर्तमान समय में अस्पताल में प्रतिदिन 100 से डेढ़ सौ के बीच कोरोना सैंपल की जांच हो रही है. उसमें से बमुश्किल एक से दो नए संक्रमित ही मिल रहे हैं.

"प्रदेश के लिए अच्छी खबर है और खासकर राजधानी पटना में क्योंकि पहले यहां नए संक्रमित की संख्या 100 से ऊपर रहा करती थी. लेकिन अब यह 20 से नीचे में सिमट गई है. प्रदेश में कोरोना नियंत्रण में होने के पीछे कई कारण हैं और मुख्य वजह यह है कि लोगों ने संक्रमण के पीक दौड़ में जरूरी एहतियातों को गंभीरता से पालन किया है. इसके साथ ही संक्रमण के लक्षण महसूस होने पर लोगों ने अपना कोरोना जांच करवाया. साथ ही पॉजिटिव आने पर खुद को समाज से अलग करते हुए आइसोलेट हुए."-डॉ मनोज कुमार सिन्हा, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल

देखें रिपोर्ट

"मेरे कुछ साथियों ने पहले डोज के वैक्सीनेशन के बाद दूसरे डोज के वैक्सीनेशन से 2 दिन पूर्व जब एंटीबॉडी जांच कराया तो एंटीबॉडी का 47 टाइटल शरीर में मौजूद पाया गया. कोविड-19 के वैक्सीनेशन को लेकर यह काफी अच्छे परिणाम सामने आए हैं और अब देखना यह है कि यह एंटीबॉडी कोरोना के इंडियन म्यूटेंट से लड़ने में कितना सक्षम है."- डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक

कोरोना के एंटीबॉडी का प्री टेस्ट और पोस्ट टेस्ट
पटना के मशहूर चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि चिकित्सा जगत से जुड़े उनके कुछ साथियों ने कोरोना के एंटीबॉडी का प्री टेस्ट और पोस्ट टेस्ट कराया है. इससे वैक्सीनेशन के आशान्वित परिणाम देखने को मिले हैं. वैक्सीन का पहला डोज लेने से पहले उनके एक साथी ने जब अपना एंटीबॉडी जांच कराया था तब उस समय एंटीबॉडी का 2 टाइटल ही शरीर में मौजूद था.

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कोरोना संक्रमण के मामले में बढ़ोतरी
कोरोना काल के दौरान जब प्रवासी मजदूर वापस बिहार लौटने लगे तब अचानक से प्रदेश में कोरोना विस्फोट हो गया था. ऐसे में अब एक बार फिर से प्रदेश में कोरोना कंट्रोल में है और फेस्टिव सीजन शुरू हो रहे हैं. चंद दिनों बाद होली आने वाला है और इसमें काफी संख्या में लोग बाहर के प्रदेशों से वापस अपने घर लौटते हैं. ऐसे में डॉ दिवाकर तेजस्वी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जिस प्रकार से देश के कुछ हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामले में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है ऐसे में उन राज्यों से आने वाले लोगो पर सरकार को नजर रखने की जरूरत है. ऐसे लोगों का कोरोना जांच लिए सरकार को विशेष प्रयास करना चाहिए.

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