पटना: जिला प्रशासन ने इस बार दशहरे में रामलीला करने की अनुमति नहीं दी है. इसको लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि शायद राज्य कुछ संकट में होगा, इस वजह से अनुमति नहीं दी गई हो.
गिरिराज सिंह ने कहा कि रामलीला पर क्यों रोक लगाई है? मुझे मालूम नहीं है. लेकिन राम के चरित्र को आम लोगों तक ले जाने का रामलीला एक माध्यम है. धर्म पर बंदिश लगाना गलत है. रामलीला के मंचन में जो दृश्य दिखाता जाता है, वो हमारी संस्कृति में राम के प्रति आस्था और चरित्र है.
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बयान 'समरसता के हैं प्रतीक राम'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राम का चरित्र सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा प्रतीक है. रामलीला को लोग किसी धर्म से जोड़ कर ना देखें. रामलीला रोकने पर लोगों में आक्रोश होगा और गुस्सा होगा. यह राम के चरित्र को दर्शाता है.
रावण दहन भी नहीं होगा
बता दें कि राजधानी पटना में इस बार दशहरा के दौरान रामलीला करने की अनुमति प्रशासन ने नहीं दी है, इसको लेकर लोगों में नाराजगी है. लोगों का कहना है कि दशहरा में रामलीला का आयोजन नहीं होगा तो रावण दहन कैसे हो पाएगा. इसको लेकर कई राजनीतिक दिग्गज भी विरोध कर रहे हैं.