नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि कृषि विधेयक जब राज्यसभा में पारित हो रहा था. तब हंगामा करने वाले सांसद अर्बन नक्सल जैसे ही थे. नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सली ना तो नियम ना रुल का पालन करते हैं, ना संविधान को मानते हैं. गिरिराज ने कहा कि बिल्कुल वैसा ही राज्यसभा में हुआ. विपक्षी दलों के सांसदों ने उपसभापति के मर्यादा पर हमला किया है. उनकी हत्या करने की कोशिश की है.
गिरिराज ने कहा कि उस वक्त राज्यसभा में मार्शल नहीं होते तो उपसभापति हरिवंश के साथ कुछ भी हो सकता था. उनपर साजिश के तहत हमला किया गया था. उन्होंने कहा कि विपक्ष के सांसदों ने संविधान की हत्या की है. रुल बुक संविधान का अंग है. विपक्षी सांसदों ने रुल बुक को फाड़ा. इसका मतलब इन लोगों ने संविधान को फाड़ा. इन लोगों ने लोकतंत्र की हत्या की और संसद में गांधी जी के प्रतिमा के पास बैठे हैं और गांधी जी की प्रतिमा को अपमानित कर रहे हैं.