पटना:सफाई कर्मचारियों की हड़तालने पटना शहर की समस्या (Strike Of Cleaning Staff In Patna) बढ़ा दी है. जगह-जगह कचरा और कूड़े का ढेर लगा हुआ है. दरअसल, प्रदेशभर के नगर निकायों के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी और सफाईकर्मी बीते शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. आज हड़ताल का तीसरा दिन है. हड़ताल पर गए सफाई कर्मचारियों की 11 सूत्रीय मांग है. जिसमें प्रमुख मांग नियमितीकरण, अनुकंपा बहाली के साथ नगर निकायों में आउटसोर्सिंग खत्म करने का है. हालांकि पटना नगर निगम (Patna Nagar Nigam) का दावा है कि शहर में कचरा उठाने के कार्य हो रहा है.
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सड़क पर पैदल चलना दूभर: सड़क कचरा फैलने के कारण लोगों का पैदल चलना दूभर हो गया है. कमोबेश ऐसी हालत पटना के सभी सड़कों का है. फ्रेजर रोड पर एलआईसी भवन के ठीक बगल में कचरे का भारी अंबार लग गया है. यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि 2 दिनों से कचरा का उठाव नहीं हुआ है. जबकि 100 मीटर की दूरी पर ही पटना नगर निगम का मौर्या लोक परिसर स्थित मुख्यालय है. नगर निगम का दावा है कि कचरा उठाने का कार्य हो रहा है. लेकिन सड़कों पर कचरे की तस्वीरे कुछ और ही सच्चाई बयां कर रही है.
हड़ताल पर करीब 3200 कर्मचारी:पटना नगर निगम में 4200 सफाई कर्मी है, जिनमें लगभग 3200 और सफाई कर्मी हड़ताल में शामिल है. इसके अलावा एजेंसियों से अनुबंध पर करीब एक हजार सफाई कर्मी है, जो किसी न किसी दबाव से काम कर रहे हैं. ऐसे में जो सफाई कर्मी हड़ताल में शामिल है. वह उनके कार्य में बाधा पहुंचा रहे हैं. सरकार की ओर से पहल नहीं किए जाने से भी सफाई कर्मी खासे नाराज हैं. आउटसोर्सिंग एजेंसियों से अनुबंध पर जुड़े सफाई कर्मी भी इस हड़ताल को अपना मौन समर्थन पूरा दे रहे हैं.
दो दिन से नहीं उठ रहा है कचरा:पटना के फ्रेजर रोड स्थित (Garbage On Streets of Patna) एलआईसी ऑफिस के पास सड़क पर लगे कचरे के अंबार के बगल से गुजर रहे राहगीर अजीत ने कहा कि शहर में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा है. पिछले 2 दिनों से कचरा नहीं उठाया गया. सड़क पर पैदल चलना दूभर हो गया है. क्योंकि कचरे का अंबार लग गया है और उसमें से दुर्गंध बहुत आ रही है. बरसात का मौसम चल रहा है, डेंगू के मामले लगातार बढ़ गया है. ऐसे में कई प्रकार के संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा ज्यादा है.
संक्रामक बीमारी फैलने का डर :युवक आशुतोष ने बताया कि अगर कचरा इसी प्रकार जमा होते रहा तो महामारी फैलने लगेगी. शहर की सफाई बेहद जरूरी है.सफाई कर्मियों की हड़ताल को खत्म कराने के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए, क्योंकि इस वजह से लोगों को परेशानी बहुत हो रही है. महिला रिंकी देवी ने बताया कि वह बगल में ही ऑफिस में काम करती है और ऑफिस में दुर्गंध के वजह से काम करना मुश्किल हो रहा है. कचरा जमा होने की वजह से कचरा सड़ रहा है. कई प्रकार के संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा है.