पटना: जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 27 नवंबर 2022 को राजगीर में, जबकि 28 नवंबर 2022 को गया में गंगाजल आपूर्ति योजना की शुरुआत हुई थी. योजना के तहत राजगीर, गया और बोधगया के शहरी क्षेत्र के हर घर में प्रतिदिन गंगाजल की आपूर्ति हो रही है. इस वर्ष राजगीर मलमास मेला में पहुंचे करीब दो करोड़ और गयाजी धाम में पितृपक्ष मेला महासंगम में आये 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को भी गंगाजल उपलब्ध कराया गया.
बाढ़ के पानी का सदुपयोगः गंगा नदी में बाढ़ के पानी को पेयजल के रूप में उपयोग करने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनूठी परिकल्पना के अनुरूप 'गंगाजल आपूर्ति योजना' का क्रियान्वयन बिहार में पहली बार किया गया. संजय झा ने कहा कि जल संसाधन विभाग की इस योजना के तहत गंगा नदी में बाढ़ का जो पानी हर साल यूं ही व्यर्थ चला जाता था, उसे मॉनसून अवधि में लिफ्ट कर कुल 151 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन के जरिये दक्षिण बिहार के जल संकट वाले प्रमुख शहरों गया, बोधगया और राजगीर में पहुंचाया गया.
जलशोधन संयंत्र का निर्माणः इस पाइपलाइन को रास्ते में कई नदियों, रेलवे लाइनों, सड़कों, पुलों आदि से होकर गुजरना पड़ा. योजना के तहत गया और राजगीर में विशाल जलाशय के साथ-साथ जलशोधन संयंत्र का निर्माण किया गया है. जिनके जरिये गंगाजल को शोधित कर राजगीर, गया एवं बोधगया शहरों में नल के जरिये प्रतिदिन प्रतिव्यक्ति 135 लीटर गंगाजल उपलब्ध कराया जा रहा है. राजगीर में 8031, बोधगया में 6000 तथा गया में 75000 घरों में शुद्ध पेयजल के रूप में गंगाजल की आपूर्ति की जा रही है.