पटना: बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कारण नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. वहीं, राजधानी के गंगा नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा है. जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
राहत की खबर: गंगा के जलस्तर में 5 सेंटीमीटर की कमी
रविवार को गंगा के जलस्तर में कमी दर्ज की गई. जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. लगातार बढ़ते जलस्तर से खतरा बढ़ गया था.
पटना के एनआईटी घाट पर सरकार की ओर से बनाए गए गंगा पथ-वे पर भी पानी चढ़ गया है. जहां लोग पहले टहला करते थे, अब उस पथ पर गंगा नदी का पानी उफान मार रहा है. पटना के एनआईटी घाट का जहां केंद्रीय जल आयोग ने मीटर लगाया है, वहां साफ देखा जा सकता है कि गंगा नदी का जलस्तर डेंजर लेवल को पार कर चुका है. लगभग घाट की सीढ़ियां भी डूब चुकी है. लेकिन शनिवार की अपेक्षा आज यानी रविवार को थोड़ी कमी दर्ज की गई है.
डेंजर लेवल पर गंगा का जलस्तर
मालूम हो कि पटना में पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में लगातार कमी दर्ज की गई है. एनआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में सुबह गंगा का जलस्तर 48.84 मीटर दर्ज किया गया. जिससे साफ दिख रहा है कि घाट की सीढ़ियां पानी में पूरी तरह डूबी नजर आ रही है. पटना के कृष्णा घाट पर सरकार के बनाए गए गंगा पथ-वे पर भी पानी आ चुका है. जिससे गंगा का जलस्तर डेंजर लेबर के ऊपर है.