पटना:केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर 72 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 13 सेंटीमीटर की वृद्धि होने का अनुमान है. पटना जिले के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर (Water Level of Ganga) खतरे के निशान से 96 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में भी 24 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है.
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पटना जिले के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर 144 सेंटीमीटर ऊपर है, इसमें भी 14 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. पटना जिले के हाथीदह में भी गंगा का जलस्तर 128 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 20 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है.
भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर है. कहल गांव में 95 सेंटीमीटर ऊपर है और साहिबगंज में 97 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और सभी स्थानों पर जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है.
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वहीं, पटना जिले के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर 179 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 19 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. खगड़िया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 163 सेंटीमीटर ऊपर है. मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया जिले के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 107 सेंटीमीटर ऊपर है. कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 117 सेंटीमीटर ऊपर है.
गंगा नदी लगातार उफान पर है. पटना के गंगा घाटों पर भी पिछले कई दिनों से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और जलस्तर में अभी भी वृद्धि के संकेत हैं. राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है. दीघा घाट 51.41 मीटर, गांधी घाट 50.04 मीटर और हाथीदह में 43.04 मीटर है.
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बता दें कि गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से दियारा क्षेत्र बाढ़ से घिर गया है. बीते सोमवार को गांधी घाट पर जलस्तर खतरे के निशान से लगभग एक मीटर ऊपर पहुंच गया था. वहीं, पुनपुन और सोन के जलस्तर में भी वृद्धि जारी है. नदियों के उफान के कारण पटना, गया और नालंदा के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है. अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए हैं. पटना जिले के धनरुआ, दनियामा, पुनपुन फतुहा प्रखंड के 200 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. वहीं, नालंदा और गया में भी बाढ़ से लोगों की परेशानी बनी हुई है. उत्तर बिहार में एक तरफ नदियों का जलस्तर लगातार घट रहा है और लोगों ने वहां राहत की सांस ली है, लेकिन गंगा सहित कई नदियों के जलस्तर में हुई वृद्धि से कई इलाकों में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं.