पटना:बिहार के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ आ गई है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा और सीतामढ़ी सहित 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, महानंदा, बूढ़ी गंडक, बागमती, और कोसी सहित उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं. ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इससे लोगों में डर समाया है. वहीं, कुछ नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. लेकिन उसके जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.
जल संसाधन विभाग के अनुसार कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है.
- गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब 8 सेंटीमीटर नीचे है. कहलगांव में खतरे के निशान से 17 सेंटीमीटर नीचे है. फरक्का में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, हाथीदह में 89 सेंटीमीटर नीचे है.
- घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर है.
- गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 122 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, रेवा घाट पर खतरे के निशान से 3 सेंटीमीटर ऊपर है.
- बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर रोसड़ा में 387 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, लालबेगिया घाट में 46 सेंटीमीटर ऊपर है. समस्तीपुर में खतरे के निशान से 254 सेंटीमीटर ऊपर है. सिकंदरपुर में 125 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया में खतरे के निशान से 110 सेंटीमीटर ऊपर है.
- बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 6 सेंटीमीटर ऊपर है. जबकि रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 205 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 96 सेंटीमीटर ऊपर है. हायाघाट में 221 सेंटीमीटर ऊपर है.
- अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, एकमी घाट में 200 सेंटीमीटर ऊपर है.
- कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में खतरे के निशान से 71 सेंटीमीटर और जयनगर में 37 सेंटीमीटर ऊपर है.
- कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 208 सेंटीमीटर और कुर्सेला में 9 सेंटीमीटर ऊपर है.
- महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर नीचे और झावा में खतरे के निशान से 48 सेंटीमीटर ऊपर है.
- परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है.