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दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का निधन

शीला दीक्षित साल 1984 से 1989 तक उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद रहीं. बतौर सांसद वह लोकसभा की एस्टिमेट्स कमिटी का हिस्सा भी रहीं. शीला दीक्षित को दिल्ली का चेहरा बदलने का श्रेय दिया जाता है.

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Published : Jul 20, 2019, 4:30 PM IST

Updated : Jul 20, 2019, 4:42 PM IST

शीला दीक्षित

नई दिल्ली/पटना: दिल्ली की पूर्व सीएम और कांग्रेस की सीनियर नेता शीला दीक्षित का निधन हो गया है. वो लगातार तीन बार प्रदेश की सीएम रही थी. साथ ही वो केरल की राज्यपाल भी रही थी. 81 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ है.

वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित दिल्ली कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष थीं. वो केरल की राज्यपाल भी रह चुकी थी. 1998 से 2013 तक दिल्ली की सीएम रहीं. बताया जा रहा है कि दिल्ली के एस्कॉर्ट अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली.

उत्तर पूर्वी दिल्ली से लड़ी थीं लोकसभा का चुनाव

मौजूदा वक्त में शीला दीक्षित के पास कांग्रेस के दिल्ली अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी थी. हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में वो उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनाव भी लड़ीं थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी से उनको हार का सामना करना पड़ा था.

पंजाब के कपूरथला में हुआ था जन्म

शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ था. उन्होंने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस कॉलेज से मास्टर्स ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की. शीला दीक्षित साल 1984 से 1989 तक उत्तर प्रदेश के कन्नौज से सांसद रहीं. बतौर सांसद वह लोकसभा की एस्टिमेट्स कमिटी का हिस्सा भी रहीं. शीला दीक्षित को दिल्ली का चेहरा बदलने का श्रेय दिया जाता है. उनके कार्यकाल में दिल्ली में विभिन्न विकास कार्य हुए.

कौन थी शीला दीक्षित:
⦁ श्रीमती शीला दीक्षित भारत के केरल राज्य की पूर्व राज्यपाल थीं
⦁ केरल के राज्‍यपाल श्री निखिल कुमार के त्‍यागपत्र देने के पश्चात् उनकी नियुक्ति इस पद पर की गई थी
⦁ इससे पूर्व वे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली राज्य की मुख्य मंत्री रह चुकी हैं
⦁ वे देश की पहली ऐसी महिला मुख्यमंत्री थीं जिन्होंने लगातार तीन बार मुख्यमंत्री पद संभाला
⦁ इनको 17 दिसंबर,2008 में लगातार तीसरी बार दिल्ली विधान सभा के लिये चुना गया था
⦁ 2013 में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा
⦁ वे दिल्ली की दूसरी महिला मुख्य मंत्री थीं
⦁ 2017 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांगेस पार्टी की मुख्यमंत्री पद लिये उम्मीदवार घोषित की गई थीं
⦁ शीला दीक्षित के पास राजनीति में प्रशासन व संसदीय कार्यों का अच्छा अनुभव था
⦁ इन्होंने केन्द्र सरकार में 1986 से 1989 तक मंत्री पद भी ग्रहण किया था
⦁ पहले ये, संसदीय कार्यों की राज्य मंत्री रहीं, तथा बाद में, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री रहीं
⦁ 1984 - 89 में इन्होंने उत्तर प्रदेश की कन्नौज लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था
⦁ संसद सदस्य के कार्यकाल में, इन्होंने लोक सभा की एस्टीमेट्स समिति के साथ कार्य किया
⦁ इन्होंने भारतीय स्वतंत्रता की चालीसवीं वर्षगांठ की कार्यान्वयन समिति की अध्यक्षता भी की थी
⦁ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष के पद पर, 1998 में कांग्रेस को दिल्ली में, अभूतपूर्व विजय दिलायी
⦁ 2008 में हुये विधान सभा चुनावों में शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस ने 70 में से 43 सीटें जीतीं थी
⦁ श्रीमती शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च,1938 को हुआ था
⦁ इन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली के कान्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से ली थी
⦁ बाद में स्नातक और कला स्नातकोत्तर की शिक्षा मिरांडा हाउस कालेज से ली थी
⦁ इनका विवाह प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी तथा पूर्व राज्यपाल व केन्द्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री रहे, श्री उमाशंकर दीक्षित के परिवार में हुआ था
⦁ इनके पति स्व. श्री विनोद दीक्षित भारतीय प्रशासनिक सेवा के सदस्य रहे थे
⦁ इनके दो संतानें हैं, एक पुत्र व एक पुत्री

Last Updated : Jul 20, 2019, 4:42 PM IST

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