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आगजनी की घटनाओं से निपटने में सक्षम है बिहार, विभाग के पास पुख्ता इंतजाम - अग्निशमन केंद्रों को मंजूरी

हाल के दिनों में विभाग ने नए संसाधन की खरीद भी की है. जिसमें मिस्ड टेक्नोलॉजी की गाड़ियां हैं. यह गाड़ियां दूरस्थ रास्तों में या पतले रास्तो में भी घुसकर आग बुझाने में सक्षम हैं.

दमकल की गाड़ियां

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Published : May 22, 2019, 8:54 AM IST

Updated : May 22, 2019, 2:34 PM IST

पटना: गर्मी के कारण पूरे बिहार में अगलगी की घटनाएं बढ़ जाती है. इन घटनाओं में बचाव के लिए बिहार का अग्निशमन विभाग पूरी मुस्तैदी से तत्पर रहता है. राजधानी पटना के छज्जुबाग में अग्निशमन मुख्यालय स्थित है. सुरक्षा इंतजामों की जानकारी मांगने पर विभाग में मौजूद अग्निशमन डीआईजी पंकज सिन्हा ने बताया कि विभाग पूरे बिहार में तत्परता से काम कर रहा है. शहरी इलाकों में तो तत्काल मदद पहुंच जाती है लेकिन ग्रामीण इलाकों में समस्या होती है.

बिहार में अग्निशमन विभाग की स्थिति और कमियां?
इस सवाल के जवाब में डीआईजी ने बताया कि पूरे बिहार में 107 अग्निशमन केंद्र हैं. अन्य 11 अग्निशमन केंद्रों की मंजूरी मिल गई है. वहीं, पूरे बिहार के अग्निशमन केंद्रों में मौजूद बड़े वाटर टैंको की संख्या 230 है. छोटे वाटर टैंको की संख्या 478 है. वहीं, फोम टेंडर की संख्या पूरे बिहार में 7 है और हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म की संख्या कुल 2 है.

ग्रामीण इलाकों में होती है समस्या
हाल के दिनों में विभाग ने नए संसाधन की खरीद भी की है. जिसमें मिस्ड टेक्नोलॉजी की गाड़ियां हैं. यह गाड़ियां दूरस्थ रास्तों में या पतले रास्तों में भी घुसकर आग बुझाने में सक्षम हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद रिस्पांड टाइम पर बोलते हुए डीआईजी फायर पंकज ने बताया कि पटना शहर में रिस्पांड टाइम ठीक है. वहीं ग्रामीण इलाकों में सड़क पक्की न होने के कारण थोड़ी कठिनाई होने की भी बात बताई.

जानकारी देते डीआईजी

ड्राइवरों की कमी बताई
हालांकि ग्रामीण इलाकों में मिस्ड टेक्नोलॉजी की गाड़ियां जाने से कुछ राहत मिली है. वहीं, कर्मचारियों की कमी पर बोलते हुए पंकज ने बताया कि डिविजनल स्तर पर कर्मचारियों की कमी तो जरूर है. हालांकि हाल के दिनों में 891 ड्राइवरों की बहाली से कुछ राहत है.

इन जिलों में मिली अग्मिशमन विभाग लगाने की स्वीकृति
संसाधनों की कमी पर बोलते हुए डीआईजी फायर ने बताया कि आधुनिक संसाधनों की कमी तो जरूर है. हालांकि हाल के दिनों में आधुनिक टेक्नोलॉजी के उपकरणों की आपूर्ति होगी. यह भी बताया कि बिहार सरकार की ओर से 11 नए अग्निशमन केंद्रों की स्वीकृति दी है. जिसमें हाजीपुर के जेटली, भागलपुर के बरारी, मुजफ्फरपुर के बेला, मानपुर, मुंगेर के जमालपुर, भागलपुर के मोजाहिदपुर, पूर्णिया के गुलाबबाग, छपरा के जेपी विश्वविद्यालय, दरभंगा के लहेरियासराय, मुजफ्फरपुर के भगवानपुर में बनवाने की स्वीकृति मिली है.

आगजनी में हताहत की बात बताई
डीआईजी ने बताया कि 2018 में पूरे बिहार में 5109 अग्निकाण्ड हुए. जिनमें मृत व्यक्तियों की संख्या बिहार में 55 रही. वहीं, इस साल के मई माह तक पूरे प्रदेश में 4808 अग्निकाण्ड हुए. जिनमें 48 लोगों की मौत हुई है. लोगों में जागरूकता फैलाने के मकसद से अभी तक अग्निशमन विभाग ने 2017 जनवरी से 2018 जनवरी तक 3418 स्थानों पर मॉकड्रिल करवाया है.

Last Updated : May 22, 2019, 2:34 PM IST

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