लातेहार/पटना: रिश्तो को निभाने में जब अपने पीछे हट जाए तो समाज अपना मानव धर्म निभाते हुए मिसाल पेश करने का हमेशा काम करता है. जिसका ताजा उदाहरण लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड अंर्तगत पहड़तल्ली में देखने को मिला. दरअसल, यहां पर पहड़तल्ली मोहल्ले में लगभग 40 साल से पटना के रहने वाले 75 वर्षीय विष्णुदेव ठाकुर झोपड़ी बना कर रहते थे. रविवार की सुबह उनकी अचानक मौत हो गई. इसके बाद जब स्थानीय लोगों ने उनके परिजनों को सूचना दी तो उन्होंने विष्णुदेव का शव लेने से इनकार कर दिया.
75 वर्षीय वृद्ध की झारखंड में हुई मौत, पटना में रह रहे परिजनों ने शव को लेने से किया इनकार
पटना के रहने वाले 75 वर्षीय विष्णुदेव ठाकुर पिछले 40 साल से लातेहार के बरवाडीह प्रखंड अंर्तगत पहड़तल्ली मोहल्ले में रहते थे. रविवार सुबह उनकी मौत हो गई. मामले की सूचना मिलने के बाद पटना में रहने वाले उनके परिजनों ने शव को लेने से इनकार कर दिया.
मोहल्ले वासियों ने किया शव का दाह संस्कार
विष्णुदेव ठाकुर की मौत की जानकारी स्थानीय लोगों ने फोन के माध्यम से उनके परिजनों को दी. लेकिन परिवार के लोगों ने शव को ले जाने और दाह संस्कार करने की प्रक्रिया से साफ इनकार कर दिया. जिसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया करते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर मौत के कारणों की जांच करने के लिए शव का पोस्टमार्टम कराया. पोस्टमार्टम के बाद मोहल्ले वासियों ने दाह संस्कार करने के लिए शव की मांग की.
दाह संस्कार में थाना प्रभारी रहे मौजूद
पुलिस ने शव मोहल्ले के लोगों को सौंपते हुए दाह संस्कार करने की इजाजत दे दी. जहां सोमवार की देर शाम पूरे हिंदू रीति रिवाज से मृतक विष्णु देव ठाकुर का आदर्श नगर स्थित शवदाह गृह में दाह संस्कार किया गया. मोहल्ले के रहने वाले गौरव यादव ने मृतक विष्णु देव ठाकुर को मुखाग्नि दी. इस दौरान मौके पर थाना प्रभारी दिनेश कुमार भी मौजूद रहे.