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BPSC अध्यक्ष का दावा- मैं भी नहीं कर सकता गड़बड़ी, अब कंप्यूटर के पास POWER

शिशिर कुमार सिन्हा से बातचीत के दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से अभ्यर्थियों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के बारे में आगे से किसी प्रकार की कोई शिकायत न मिलने की बात कही. वहीं, उन्होंने बताया कि अब अध्यक्ष के पास भी कोई पॉवर नहीं है.

बीपीएससी अध्यक्ष शिशिर कुमार सिन्हा

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Published : Sep 26, 2019, 5:20 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 9:29 PM IST

पटना:बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष शिशिर सिन्हा से ब्यूरो हेड प्रवीण बागी ने खास बातचीत की. बातचीत के क्रम में प्रवीण बागी ने उनसे गलत सवाल पर की गई मार्किंग संबंधित, छात्राओं के साथ अधिकारियों के दुर्व्यवहार और बीपीएससी के लक्ष्य के बारे में जाना.

प्रवीण बागी - वीर कुंवर सिंह को लेकर पूछा गए गलत सवाल पर मार्किंग क्यों?
शिशिर- ऑब्जेक्शन के अनुसार विश्लेषण कर मार्किंग होती है.

बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि किसी सवाल पर कैंडिडेट के ऑब्जक्शन के अनुसार विश्लेषण कर ही मार्किंग की जाती है. इसमें अध्यक्ष या सदस्य का कोई रोल नहीं होता.

प्रवीण बागी- कुछ सदस्य दुर्व्यवहार करते हैं?
शिशिर- साक्षात्कार में एक्सपर्ट का एक पैनल बैठता है. पैनल अभ्यर्थियों की मनोस्थिति के बारे में जानने की कोशिश करता है. दुर्व्यवहार की शिकायत आगे से नहीं मिलेगी.

गलत सवाल की मार्किंग क्यों?

इस दौरान उन्होंने भूतपूर्व सदस्य पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया. शिशिर सिन्हा ने बताया कि जांच चल रही है. इसके चलते मैं कुछ भी नहीं कह सकता. सदस्यों का कैंडिडेट के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर उन्होंने कहा कि आगे से ऐसी शिकायत नहीं मिलेगी. इसके लिए कार्यशाला आयोजित की गई हैं.

खास बातचीत, भाग- 1 - आखिर क्यों हो रही है BPSC के इस कोडिंग सिस्टम की देश भर में चर्चा?

प्रवीण बागी- आगे क्या लक्ष्य है?
शिशिर-कम से कम समय में रिजल्ट घोषित हो, कैमरे की नजर में परीक्षाओं का आयोजन हो.

बिहार लोक सेवा आयोग, मुख्यालय

बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि हमें जल्द ही नई बिल्डिंग मिल रही है. हमारा लक्ष्य है कि जो रिजल्ट 8 महीने की जगह सिर्फ 2 या तीन महीने में घोषित हो जाए. मेरा लक्ष्य है कि आगे से परिक्षाएं पूरी तरह कैमरे की निगाह में हो. वहीं, डबल कोडिंग सिस्टम लागू हो.

पूरी ताकत कंप्यूटर के पास- शिशिर

बोर्ड अध्यक्ष शिशिर सिन्हा ने बताया कि अब मेरे पास भी कोई पॉवर नहीं है. हमारा सिस्टम ऐसा, जो हैक नहीं किया जा सकता है. गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है. पूरा पॉवर सिस्टम और कंप्यूटर के पास है. कुल मिलाकर बोर्ड में कोई भी करप्शन की बात नहीं उठने वाली.

क्या है बोर्ड अध्यक्ष का लक्ष्य

पूरी बातचीत के दौरान बोर्ड अध्यक्ष ने खुलकर सभी सवालों के जवाब दिए. उन्होंने ऑफ द कैमरा प्रवीण बागी को कार्य प्रणाली और अभ्यर्थियों के लिए होने वाली आगामी आयोजित होने वाली परीक्षाओं की चल रही जोरदार तैयारी के बारे में भी बताया. कुल मिलाकर बीपीएससी देश का पहला ऐसा बोर्ड है, जहां पारदर्शिता के लिए कोडिंग सिस्टम लागू है. अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की परेशानी और मुसीबत न हो इसके लिए बोर्ड कई तैयारियां कर रहा है.

जानकारी देते बोर्ड अध्यक्ष

शिशिर कुमार सिन्हा के बारे में...

  • अध्यक्ष शिशिर सिन्हा 1982 बैच के आईएएस अफसर हैं.
  • आईएएस शिशिर सिन्हा बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले हैं.
  • इन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से पूरी की है.
  • शिशिर दिल्ली के हिंदू कॉलेज से इतिहास विषय में ग्रेजुएट हैं.
  • शिशिर कुमार सिन्हा ने स्वीडेन से ह्यूमन राइट्स पर एक शॉर्ट टर्म कोर्स भी किया है.
    बीपीएससी अध्यक्ष शिशिर कुमार सिन्हा
  • आप श्रेष्ठ अफसरों में गिने जाते हैं.
  • अपने करियर में इन्होंने सरकार के साथ कई महत्वपूर्ण विभागों में प्रशंसनीय योगदान दिया है.
  • शिशिर सिन्हा पूर्व आईएएस अधिकारी और राज्य के विकास आयुक्त रहे हैं. आप बिहार स्किल डेवलपमेंट मिशन के अध्यक्ष भी थे.
  • शिशिर सिन्हा राज्य में कई जिलों के जिलाधिकारी और डिविजनल कमिश्नर के पद पर रहते हुए अपने कुशल नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है.
Last Updated : Sep 26, 2019, 9:29 PM IST

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