पटना: बिहार कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक केस में पूछताछ करने के लिए छात्र नेता दिलीप कुमार को आर्थिक अपराध ईकाई ने अपने ऑफिस में बुलाया है. दिलीप से EoU दफ्तर में पूछताछ की जा चुकी है. बाहर निकलकर छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा है कि उनकी शिकायत पर आवेदन दर्ज हुआ था. उन्होंने कहा कि पेपर लीक केस में जो कुछ आरोप लगाए थे उसके बारे में ईओयू कार्यालय को जानकारी दी है. बता दें कि आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ने छात्र नेता से पूछा कि आपको कब वायरल पेपर मिला. इसका बाद उन्होंने इस पेपर को कहां-कहां भेजा? पेपर लीक केस से जुड़े मामले में छात्र नेता दिलीप ने कहा कि उनसे सामान्य पूछताछ हुई है. जो कुछ भी उनसे सवाल पूछा गया उसका उन्होंने जवाब दिया.
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दिलीप ने ही EoU को भेजा था वायरल पेपर: इसी जांच के क्रम में आर्थिक अपराध इकाई ने सोमवार शाम को छात्र नेता दिलीप कुमार को पूछताछ के लिए बुलाकर उनसे पूछताछ की. बताते चलें कि छात्र नेता दिलीप के पास 10:53 पर क्वेश्चन के फोटो वायरल होते हुए पहुंच गए थे और दिलीप ने मीडिया में साझा करने से पहले इसे आर्थिक अपराध इकाई को भेज दिया था. दिलीप से आर्थिक अपराध इकाई ने कुछ सवाल पूछे कि कब उन्हें वायरल क्वेश्चन पेपर मिला, इसके बाद उस पेपर को उन्होंने कहां-कहां भेजा. दिलीप की शिकायत पर ही आर्थिक अपराध इकाई ने मामले की प्रारंभिक जांच की और जब वायरल क्वेश्चन पेपर सही पाया गया तो उस पर मामला दर्ज किया.
छात्र नेता दिलीप से पूछे सवाल: आर्थिक अपराध इकाई के सवालों का जवाब देकर निकलने के बाद छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई के सदस्यों ने उनसे कुछ सामान्य सवालों के जवाब मांगे और जो भी प्रश्न पूछे गए उसका उन्होंने जवाब दिया. उन्होंने बताया कि वायरल क्वेश्चन पेपर मिलने के साथ ही सबसे पहले उन्होंने आर्थिक अपराध इकाई को भेजा और एक जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य निभाया. छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि 28 दिसंबर को बीएसएससी अभ्यर्थी पेपर लीक मामले को लेकर ट्विटर ट्रेंड कराएंगे और 4 जनवरी को नए साल में पटना की सड़कों पर अभ्यर्थी आंदोलन करेंगे.