पटनाः पूरे देश में कोरोना ने अपनी पैठ बना ली है. फैलते संक्रमण की रोकथाम को लेकर लॉकडाउन लागू किया गया था. इस दौरान सभी लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे थे. ऐसे में कर्मचारी भविष्य निधि के कंधों पर लोगों को राहत पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी.
भविष्य निधि कार्यालय ने लॉकडाउन के दौरान हजारों लोगों को राहत पहुंचाई. साथ ही उन्होंने 3 दिन के भीतर उनका ऑनलाइन क्लेम सेटल किया. बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों के क्लेम भी बिहार से सेटल किए गए. भविष्य निधि कार्यालय ने कुल मिलाकर 96 हजार 935 क्लेम सेटल किए.
योजना का मिला लाभ
देश में अचानक लागू लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्रियां बंद हो गई, लोगों के रोजगार छिन गए. ऐसे में केंद्र सरकार ने कर्मचारी भविष्य निधि से लोगों को राहत दिया. इसके तहत लोगों को 75 प्रतिशत राशि निकालने की छूट दी गई. बड़ी संख्या में लोगों ने ऑनलाइन अप्लाई किया और उन्हें इस योजना का लाभ भी मिला.
विभाग ने लोगों को दी राहत
दूसरे राज्यों से आए कर्मचारियों का क्लेम यहीं से सेटल करके विभाग ने उन्हें राहत दी. बिहार झारखंड के अपर केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त राजीव भट्टाचार्य ने बताया कि 1 अप्रैल से लेकर अब तक कोरोना संक्रमण काल में भविष्य निधि कार्यालय ने कुल 1 लाख 12 हजार 130 सेटलमेंट किए.
बिहार झारखंड के अपर केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त राजीव भट्टाचार्य सेटल किए गए क्लेम
राजीव भट्टाचार्य ने बताया कि पटना क्षेत्रीय कार्यालय ने कुल 43 हजार 251क्लेम सेटल किए और 28 हजार 499 लोगों को लाभ मिला. भागलपुर कार्यालय में दो करोड़ 91 लाख के 2 हजार163 क्लेम सेटल किए और 29 हजार 647 लोगों को लाभ मिला. वहीं, मुजफ्फरपुर कार्यालय ने 7 करोड़ 84 हजार 681 राशि के कुल 3 हजार 629 क्लेम सेटल किए.
कोरोना काल में रेजिस्ट्रेशन
बिहार झारखंड के अपर केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त ने तक पटना क्षेत्रीय कार्यालय मे नए रेजिस्ट्रेशन की संख्या 1हजार 470, भागलपुर में 572 और मुजफ्फरपुर में 1हजार 051 है. कुल मिलाकर कोरोना संक्रमण काल में 2 हजार 758 नए रेजिस्ट्रेशन हुए वहीं, कुल 27 हजार 441 नए संस्थान रजिस्टर्ड हुए और 1 लाख 75 हजार 712 नए सदस्य अच्छादित हुए.
क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त राजेश पांडे "3 दिनों के भीतर हम लोगों ने जरूरतमंदों तक लाभ पहुंचाया. बड़ी संख्या में मल्टी लोकेशन सेटेलमेंट करना विभाग के लिए चुनौती थी. जिनके अकाउंट बिहार से बाहर दूसरे राज्यों में थे वैसे मामलों को भी सुलझाया गया. कुल 15 हजार 573 मल्टी लोकेशन सेटल किए गए और लोगों को राहत पहुंचाई गई."
-राजेश पांडे, आयुक्त, क्षेत्रीय भविष्य निधि