पटना: चुनाव आयोग ने मुंगेर घटना के बाद भागलपुर-नवगछिया में हुई घटना पर संज्ञान लिया है. आयोग ने 24 अक्टूबर 2020 को थाना बिहपुर में हुई घटना की जांच का आदेश दिया है. भारत निर्वाचन आयोग ने प्रमंडलीय आयुक्त भागलपुर को जांच का आदेश दिया है. भागलपुर की प्रमंडलीय आयुक्त एक सप्ताह के अंदर पूरी घटना पर अपनी रिपोर्ट भारत निर्वाचन आयोग को समर्पित करेगा.
चुनाव आयोग ने मुंगेर घटना के बाद भागलपुर-नवगछिया में हुई घटना पर लिया संज्ञान - भागलपुर-नवगछिया घटना
भागलपुर-नवगछिया में बिते 24 अक्टूबर को पुलिस द्वारा एक युवक को थाने में पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया था. इस मामले में संज्ञान लेते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने जांच का आदेश दिया है.
24 अक्टूबर को हुई थी घटना
24 अक्टूबर को बिहपुर पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया था. यहां एक युवक को थाने में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, जिसको लेकर ग्रामीणों ने रविवार को भारी हंगामा किया. बिहपुर थानाध्यक्ष समेत चार पुलिसवालों पर हत्या का आरोप लगा है. पुलिस पर आरोप लगाया जा रहा है कि मड़वा निवासी आशुतोष कुमार की शनिवार को थाने में ले जाकर बिहपुर थानेदार और अन्य पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी जान चली गई.
इलाज के दौरान हुई मौत
आशुतोष के भाई सूरज पाठक ने बताया कि आशुतोष कुमार सॉफ्टवेयर इंजीनियर था. वह पत्नी और बच्ची के साथ नवरात्रि में पूजा-पाठ करने के लिए पुश्तैनी घर गया हुआ था. परिवार वालों का आरोप है कि मड़वा महंत स्थान चौक पर बैरियर हटाने को लेकर एक स्थानीय युवक से उनका विवाद हो गया था. देखते ही देखते वहां पुलिस पहुंच गई, लेकिन दोनों को समझाने के बजाय थानेदार और अन्य पुलिसकर्मियों ने आशुतोष को पीटना शुरू कर दिया. पुलिसवाले उसे थाने ले गए और वहां भी उन्होंने उसकी जमकर पिटाई की. इस दौरान आशुतोष लहूलुहान हो गया. गंभीर अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.