पटना : बिहार की राजधानी पटना में 10 दिसंबर को पूर्वी क्षेत्रीय परिषद के राज्यों की बैठक होने जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बैठक की अध्यक्षता करेंगे. पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और झारखंड के मुख्यमंत्री भाग ले सकते हैं. बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि इसका कोई सियासी मतलब नहीं है. क्योंकि संवैधानिक व्यवस्था के तहत पूर्वी क्षेत्रीय परिषद का गठन हुआ है.
"पूर्वी क्षेत्रीय परिषद का गृह मंत्री पदेन अध्यक्ष होते हैं और उस क्षेत्र में पड़ने वाले सभी राज्यों के मुख्यमंत्री सदस्य होते हैं. इसकी एक समय अंतराल पर बैठक होती है. इस बार यह बैठक पटना में हो रही है. इससे पहले कोलकाता में बैठक हुई थी."-विजय चौधरी, वित्त मंत्री, बिहार सरकार
बैठक में दो राज्यों की समस्या पर होगी चर्चा : वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में दो राज्यों के मामले पर चर्चा होती है. यदि कोई विवाद है तो आपसी बातचीत कर उसका समाधान निकाला जाता है या फिर केंद्र और राज्य के बीच किसी तरह का कोई मामला है तो उस पर चर्चा होती है. इसका एजेंडा पहले से तय होता है. उन्होंने कहा कि कोलकाता में भी इसी कमेटी की बैठक हुई थी और उसमें मैं मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हुआ था. झारखंड के साथ हमारे जो मुद्दे हैं उस पर चर्चा हुई थी. जल संसाधन से संबंधित समस्या को लेकर बात रखी थी.
सीएम नीतीश कुमार भी बैठक में होंगे शामिल : 10 दिसंबर को मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में पूर्वी क्षेत्र परिषद की बैठक हो सकती है. उसकी तैयारी शुरू है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बैठक में मौजूद रहेंगे यह तय है. हालांकि, पश्चिम बंगाल, झारखंड और उड़ीसा के मुख्यमंत्री शामिल होते हैं कि नहीं यह देखने वाली बात होगी. इस बैठक को लेकर चर्चा शुरू है और सियासी हलचल भी बढ़ने लगी है.