पटनाःबॉलीवुड के उभरते सितारे सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या प्रकरण के बाद बॉलीवुड पर नेपोटिज्म और गुटबाजी के आरोप खुलकर सामने आने लगे हैं. अब कई दिग्गज कलाकार भी बॉलीवुड पर गुटबाजी का आरोप लगा रहे हैं. बॉलीवुड पर बिहारी कलाकारों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए फिल्म निर्माता निर्देशक सनोज मिश्रा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
निर्माता निर्देशक सनोज मिश्रा सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद परिजनों से मिलने मुंबई से पटना पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि उनके लिए यह घटना बहुत ही हतप्रभ करने वाली थी. सनोज मिश्रा ने कहा कि सुशांत की मौत की खबर सुनने के बाद उन्हें संभलने में तीन-चार दिन लग गए. वह काफी डिप्रेस्ड हो गए थे.
कामयाबी के लिए सुशांत ने की थी काफी मेहनत
अपनी यादों को ताजा करते हुए उन्होंने बताया कि जब सुशांत की फिल्म एमएस धोनी रिलीज हो रही थी, उसी वक्त उनकी फिल्म गांधीगिरी रिलीज हो रही थी. इस दौरान कई बार फिल्म प्रमोशन के सिलसिले में उनकी एक- दूसरे से मुलाकात हुई और सुशांत से उनकी काफी बातचीत हुई. उन्होंने बताया कि बातचीत के दौरान हमने महसूस किया कि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए सुशांत ने कितनी मेहनत की है.
'बिहारी प्रतिभाओं पर प्रताड़ना को खुद किया महसूस'
बॉलीवुड में बिहारी कलाकारों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने के बारे में बताते हुए सनोज मिश्रा ने कहा कि वह खुद इस बात को महसूस करते हैं, क्योंकि वह उत्तर प्रदेश और बिहार दोनों जगह से ताल्लुक रखते हैं. वह खुद काफी तकलीफ सहे हैं. लेकिन फर्क यह है कि उन्होंने आत्महत्या नहीं की. सनोज मिश्रा ने बताया कि उनकी बनी बनाई फिल्म 'श्री राम की जन्मभूमि' जो पिछले साल रिलीज होने वाली थी. लेकिन बॉलीवुड की लॉबी ने उस फिल्म को रिलीज नहीं करने दिया. उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में बिहारी प्रतिभाओं की प्रताड़ना को उन्होंने खुद महसूस किया है.