पटना:बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन लगातार रणनीति बना रही है. पार्टी अब सामाजिक समीकरणों को जोड़ने में जुटी है. इसी बीच पान महासंघ के कार्यक्रम में शामिल होकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ा संदेश दिया. तेजस्वी की पहल है कि सभी छोटी उप जातियों को राजनीतिक भागीदारी में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं कबीर जयंती समारोह के अवसर पर अखिल भारतीय पान महासंघ के सम्मेलन में रविवार को पान समाज द्वारा मांग पत्र जारी किया गया. इस मांग पत्र में अखिल भारतीय पान महासंघ ने महागठबंधन से अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष आई.पी. गुप्ता पान को लोकसभा का उम्मीदवार बनाने की मांग की है.
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महागठबंधन के टिकट की मांग: महासंघ ने कहा कि आई.पी गुप्ता हमारे समाज के इकलौते नेता हैं जो हर तरह से लोकसभा का चुनाव लड़ने में सक्षम हैं. उन्हें समस्तीपुर या जमुई लोकसभा सीट से महागठबंधन का टिकट मिलता है तो पूरे पान समाज में खुशी का माहौल होगा. यदि आई.आई.पी. गुप्ता को उम्मीदवार बनाया जाता है तो पूरे बिहार का पान समाज का वोट महागठबंधन को मिलना तय माना जाएगा. पूरे बिहार के पान समाज आई.आई. पी. गुप्ता को अपना नेता मानता है और उनके साथ खड़ा है.
"आई.पी गुप्ता हमारे समाज के इकलौते नेता हैं जो हर तरह से लोकसभा का चुनाव लड़ने में सक्षम हैं. उन्हें समस्तीपुर या जमुई लोकसभा सीट से महागठबंधन का टिकट मिलता है तो पूरे पान समाज में खुशी का माहौल होगा. यदि आई.आई.पी. गुप्ता को उम्मीदवार बनाया जाता है तो पूरे बिहार का पान समाज का वोट महागठबंधन को मिलना तय माना जाएगा."-पान महासंघ
70 लाख से अधिक पान समाज की आबादी: आगामी 2025 के विधानसभा के चुनाव में महागठबंधन से कम से कम 10 टिकट दिया जाए. पूरे बिहार के 38 जिला में पान समाज की आबादी 70 लाख से अधिक है. पान जाति अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है, राजनीति, सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक रूप से स्थिति काफी दयनीय अवस्था में है.आजादी से अब तक पान जाति से एक भी लोकसभा सदस्य, राज्यसभा सदस्य, विधानसभा सदस्य और विधान परिषद सदस्य नहीं रहा है.
6 अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट: किसी बोर्ड, निगम एवं आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्य नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें किसी भी दल के द्वारा लोकसभा का टिकट नहीं दिया गया है साथ ही विधानसभा, राज्यसभा एवं विधान परिषद का उम्मीदवार नहीं बनाया गया है. 40 लोकसभा सीट से 6 अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीट है. इन सुरक्षित सीट पर अनुसूचित जाति से उम्मीदवार बनाया जाता रहा है, लेकिन पान जाति से एक भी उम्मीदवार अब तक नहीं बनाया गया है. पान समाज का एक एक वोट महागठबंधन के उम्मीदवार को दिया जाता है.
जाने पान समाज के मतदाताओं की संख्या: बिहार के 150 विधानसभा में पान समाज की मतदाताओं की संख्या 10 हजार से 40 हजार तक है और बिहार के 20 लोकसभा सीट पर पान समाज की मतदाताओं की संख्या डेढ़ लाख से तीन लाख तक है. आगामी 2024 के लोकसभा के चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवार को जीत सुनिश्चित करने के लिए पान शेख उम्मीदवार बनाया जाए जिससे पान समाज का शत प्रतिशत मत महागठबंधन के पक्ष में दिलाया जा सके. इस जाति सम्मेलन के माध्यम से मांग की जा रही है कि लोकसभा के 6 सुरक्षित सीट में से जमुई लोकसभा सीट से पान समाज को उम्मीदवार बनाया जाए. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी पार्टी का यही सोच रहा है कि सभी जाति धर्म के लोगों को सहभागिता जरूरी है. उन्होंने कहा कि आप लोगों की चिंता करने की जरूरत नहीं है.
"हमारी पार्टी की यही सोच रही है कि सभी जाति और धर्म के लोगों की सहभागिता जरूरी है. आप लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप लोगों की मांगों पर पूरी तरीके से सहमति बनेगी और आप लोगों के संघ को मौका भी दिया जाएगा. कोशिश है कि सभी लोगों को एक साथ लेकर चले."-तेजस्वी यादव, उप मुख्यमंत्री