पटना: राजद के स्टार प्रचारक से राबड़ी देवी और मीसा भारती का नाम गायब होने को लेकर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान (HAM Spokesperson Danish Rizwan) ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. राबड़ी देवी बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थी. मीसा भारती राज्य सभा सांसद हैं. इसके बावजूद इन दोनों लोगों का नाम राजद (RJD) के स्टार प्रचारक के सूची में नहीं है.
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दानिश रिजवान ने सूची में नाम न होने को लेकर कहा है कि इससे स्पष्ट है कि राजद की बागडोर जो संभाले हुए हैं, वो महिलाओं की हिस्सेदारी के लिए कितना सजग हैं. उन्होंने कहा कि घर के ही लोग तेजप्रताप को अब नीचा दिखा रहे हैं. अब मां और बहन को भी पार्टी से दूर किया जा रहा है.
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दानिश रिजवान ने कहा कि इस मामले को लेकर तेजप्रताप यादव ने जो ट्वीट किया है, उससे सहमत हैं. तेजप्रताप अब समझने लगे हैं कि किस तरह पार्टी से उन्हें अलग किया जा रहा है. पार्टी सिर्फ और सिर्फ एक ही आदमी चला रहा है और राजद में मनमानी कर रहा है. यही कारण रहा है कि कांग्रेस से भी उनके संबंध खत्म हो गए है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता सब देख रही है कि अपने राजनीतिक महत्वाकांक्षा को लेकर तेजस्वी क्या-क्या कर रहे हैं. समय आने पर जनता उन्हें जवाब देने को तैयार बैठी है.
'मैं तेजप्रताप के बयान से सहमत हूं. नवरात्रि का पर्व चल रहा है. माताओं और बहनों को घर से तो निकाल ही दिया था. अब दल से भी निकाल रहे हैं, ये निदंनीय है. आप हमेशा से आरोप लगाते रहे हैं कि राबड़ी देवी पर अश्लील टिप्पणी विपक्ष के लोग करते हैं. राबड़ी देवी जो बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री रही हैं, उन्हें प्रचारक के लायक भी नहीं समझा गया. ऐसी तानाशाही नहीं की जानी चाहिए थी.' -दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता
आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल ने एक दिन पहले ही विधानसभा की 2 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए पार्टी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में 20 नेताओं का नाम शामिल है, जिसमें पहले नंबर पर लालू यादव और दूसरे नंबर पर तेजस्वी यादव का नाम है. लेकिन इस लिस्ट में ना तो तेज प्रताप यादव का नाम है और ना ही राबड़ी देवी का. यहां तक की मीसा भारती का नाम भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं है.
तेज प्रताप ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा है कि नवरात्र में मां की पूजा होती है और लिस्ट से मां का नाम ही हटा दिया गया. यह कहां तक उचित है. दरअसल तेज प्रताप यादव पिछले काफी समय से पार्टी के प्रमुख नेताओं समेत अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से भी नाराज चल रहे हैं. जब से राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने छात्र राजद के पद पर गगन यादव की नियुक्ति की है, उसके बाद से तेज प्रताप यादव ने छात्र राजद से नाता तोड़ लिया.
तेज प्रताप ने अपने ट्वीट में लिखा है-
ऐ अँधेरे देख ले मुँह तेरा काला हो गया
माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया…
मेरा नाम रहता ना रहता मां और दीदी का नाम रहना चाहिए था…
इस गलती के लिए बिहार की महिलाएं कभी माफ नहीं करेगीं,दशहरा में हम मां की ही अराधना करतें हैं ना जी
उन्होंने सार्वजनिक रूप से यह बयान दिया है कि लालू यादव ने उन्हें राजद का सिंबल लालटेन का उपयोग करने से भी मना किया है, जो वह अपने नए संगठन छात्र जनशक्ति परिषद के लिए उपयोग कर रहे थे.