पटना: बिहार में दलित वोट पर खूब सियासत होती रही है. जदयू की नजर भी दलित वोट बैंक पर है. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के आवास पर जदयू के सभी दलित विधायक मंत्री और सांसद की बैठक हो रही है. बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन हो रही है. साथ ही मुख्यमंत्री की वर्चुअल रैली को सफल बनाने पर भी रणनीति तैयार की जा रही है.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर अशोक चौधरी दलित वोटों को जदयू से कैसे जोड़ा जाए? इस पर रणनीति तैयार करने में लगे हैं. अपने आवास पर सभी जदयू के दलित विधायक सांसद पूर्व सांसद और मंत्री के साथ मंथन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री की 6 सितंबर को पहली वर्चुअल रैली हैं, उसमें अधिक से अधिक लोगों को कैसे जोड़ा जाए? इस बात को लेकर पर भी जदयू के सभी दलित नेता चर्चा कर रहे हैं.
अशोक चौधरी के बहाने श्याम रजक पर निशाना
श्याम रजक ने पिछले दिनों सभी दलित नेताओं की बैठक शुरु की थी. बैठक में सभी दलों के दलित नेता शामिल हुए थे. दलित के कई मुद्दों पर चर्चा भी शुरू हुई. दलितों के आरक्षण को लेकर भी दलित नेताओं ने दलित मोर्चा का गठन किया था. लेकिन आरजेडी विधायकों के बैठक में नहीं आने के वजह मोर्चा सफल नहीं रहा. इस बीच श्याम रजक जदयू से आरजेडी में भी चले गए. अशोक चौधरी के बहाने नीतीश कुमार श्याम रजक के दलित अभियान को रोकने की कोशिश भी कर रहे हैं.
बिहार महासमर 2020: अशोक चौधरी के आवास पर JDU के दलित MLA-MP की बैठक, वोट बैंक पर चर्चा - नीतीश कुमार
मंत्री अशोक चौधरी के आवास पर जदयू के सभी दलित विधायक मंत्री और सांसद की बैठक हो रही है. दलित वोटों को जदयू से कैसे जोड़ा जाए? इस पर रणनीति तैयार करने में अशोक चौधरी लगे हैं.
जदयू
दलित वोट पर सबकी नजर
बता दें कि बिहार में 16 से 17 % वोट दलितों की है. सभी दलों की उसपर नजर हैं. अशोक चौधरी के आवास पर हो रही बैठक में मंत्री महेश्वर हजारी, मंत्री संतोष निराला, मंत्री रमेश ऋषि देव, सांसद आलोक सुमन और सभी विधायक शामिल हैं.