पटना: बिहार समेत पूरे देश में साइबर फ्रॉड करने वाले इन दिनों काफी एक्टिव हो गए हैं. जालसाज नए-नए तरीके इजाद कर लोगों की गाढ़ी कमाई लूट रहे हैं. पटना में फिर से एटीएम क्लोन करने वाले जालसाज एक्विट हो गए हैं. जालसाजों ने कंकड़बाग थाना के कुम्हरार के आशुतोष कुमार का एटीएम कार्ड क्लोन कर लिया और खाते से 50 हजार रुपए निकाल लिए.
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आशुतोष ने इस संबंध में केस दर्ज कराया है. इस मामले की छानबीन स्थानीय पुलिस के साथ-साथ आर्थिक अपराध इकाई भी कर रही है. पटना में एटीएम कार्ड क्लोन कर पैसे गबन करने का मामला काफी दिनों बाद देखने को मिला है. पहले इस तरह के मामले काफी आते थे, जिसके बाद बैंकों द्वारा नए तरह के एटीएम मशीन लगाए गए थे. इन मशीनों से एटीएम कार्ड क्लोन नहीं किया जा सकता था.
जालसाजों से सतर्क रहें लोग
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नय्यर हसन खान ने बताया कि बिहार में बढ़ रहे साइबर फ्रॉड मामले को लेकर आम लोगों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है. चेक क्लोनिंग का मामला इन दिनों लगातार प्रकाश में आ रहा है, जिसको लेकर आर्थिक अपराध इकाई द्वारा एडवाइजरी जारी की जा रही है. उपडाकघर के बंद खाते को फिर से चालू करवाकर एक करोड़ से अधिक की राशि गबन मामले में उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल है कि इसमें कौन लोग संलिप्त हैं. जब तक साक्ष्य सामने नहीं आएगा तब तक कुछ कह पाना मुमकिन नहीं है. हर बिंदु पर जांच चल रही है. जल्द ही अच्छे परिणाम मिलेंगे.
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नय्यर हसन खान. "बिना बैंक कर्मचारी या विभागीय कर्मचारी की मिलीभगत से चेक क्लोन कर पैसे की निकासी करना असंभव है. हर बिंदु पर जांच की जा रही है. जो भी व्यक्ति दोषी होंगे उनपर उचित कार्रवाई की जाएगी. मार्केट में क्लोनिंग डिवाइस आसानी से मौजूद हैं, जिसके माध्यम से एटीएम या चेक क्लोन किया जा सकता है. लोगों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है."- नय्यर हसन खान, एडीजी, आर्थिक अपराध इकाई
आर्थिक अपराध इकाई के साइबर एक्सपर्ट अभिनव सौरव ने कहा कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है. इन दिनों साइबर फ्रॉड नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर आम इंसान की गाढ़ी कमाई लूट रहे हैं. कुछ दिन पहले भागलपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए साइबर फ्रॉड का मोबाइल फोन खंगाला गया तो पता चला कि उसने जालसाजी करते समय पकड़े जाने से बचने के उपाए यूट्यूब से सीखे थे. कुछ दिन पहले देखा गया कि साइबर फ्रॉड ने भागलपुर से दिल्ली जाने के क्रम में कई एटीएम मशीनों से पैसे की निकासी की ताकि उसका लोकेशन पकड़ में न आए.