पटना : लॉकडाउन के दौरान गारमेंट्स की दुकान बंद रहीं. केंद्र सरकार के जारी फरमान में देशभर में अनलॉक-1 लागू किया गया. इसके बाद रेडीमेड कपड़ों की दुकानें भी खुली. लेकिन कोरोना काल में मिली यह छूट भी दुकानदारों का दर्द कम नहीं कर पा रहा है.
राजधानी पटना 10 हजार छोटी बड़ी कपड़े की दुकानें हैं. वहीं,500 से ज्यादा बड़े शोरूम हैं. मिली छूट के बाद इन दुकानों के शटर उठे तो जरूर हैं. लेकिन यहां ग्राहक नहीं पहुंच रहे. दुकानदारों की मानें, तो बोहनी के लिए पहला ग्राहक कब आएगा, ये उन्हें खुद नहीं पता है. वर्तमान हालात ऐसे हैं कि सुबह से शाम तक ग्राहकों की कमी बनी रहती है.
पटना की प्रमुख कपड़ा मार्केट में सन्नाटा
पटना में खेतान मार्केट, पटना मार्केट, चौधरी मार्केट जैसे दर्जनों ऐसे मार्केट हैं, जहां कपड़े की 100 से ज्यादा दुकान एक जगह मौजूद है. यह मार्केट आम दिनों में गुलजार रहा करती थीं. अब हालात ऐसे हैं कि लॉकडाउन हटने के बाद भी यहां सन्नाटा पसरा रहता है. दुकानदारों ने बताया कि पहले यहां सुबह 10 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक लोगों की भीड़ बनी रहती थी.