पटना: जिले के बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न गंगा घाटों में धनतेरस और कार्तिक मास में गंगा स्नान को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. धनतेरस के दिन गंगा स्नान कर पूजा-पाठ करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है. इसे लेकर बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न गांवों से लोग गंगा स्नान करने के लिए गंगा घाटों पर पहुंच रहे हैं.
पटना: धनतेरस और कार्तिक मास को लेकर गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
धनतेरस के साथ-साथ कार्तिक मास शुरू होने को लेकर गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भीड़ देखी गई. वहीं लोगों का मानना है कि उत्तरायण गंगा में कार्तिक मास में स्नान करने के बाद लोगों को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
गंगा घाट पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
श्रद्धालु सुबह 3:00 बजे से ही गंगा स्नान कर रहे हैं. कई श्रद्धालु पूरे कार्तिक मास स्नान करते हैं. बाढ़ में उत्तरायण गंगा होने के कारण इसका अलग ही महत्व है. उत्तरायण गंगा का हिंदू धर्म में खासा महत्व है. उत्तरायण गंगा में कार्तिक मास में स्नान करने के बाद लोगों को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. इसे लेकर बाढ़ अनुमंडल के दूर-दूर गांव से लोग आज पूरे दिन गंगा स्नान करेंगे. पूरे कार्तिक मास पूरे गंगा घाटों में मेले के रूप में तब्दील हो जाता है. वहीं स्थानीय लोगों के माध्यम से फूल, फल, पूजा सामग्री की दुकान लगाई जाती है.
चतुर्मास का आखिरी महीना
धनतेरस के दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है. इस दौरान गंगा में स्नान कर पूजा पाठ कर खरीदारी करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है. यह कार्तिक मास 30 नवंबर तक रहेगा. कार्तिक मास चतुर्मास का आखिरी महीना होता है. शास्त्रों के अनुसार कार्तिक मास में ही धन और धर्म दोनों से संबंधित प्रयोग किए जाते हैं. इसके अलावा दीपदान और कार्तिक स्नान से शुभ फल की प्राप्ति होती है. वहीं लोग कहते हैं कि यह मास भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी को भी अतिप्रिय होता है. ऐसे में इस माह में कुछ नियमों का पालन किया जाए तो मां लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाती हैं और भक्त को किसी चीज की कमी नहीं रहती है.