पटना: किसान बिल के खिलाफ आगामी 26 व 27 नवंबर को देशभर में विभिन्न किसान संगठन व्यापक स्तर पर आंदोलन करेंगे. बिहार राज्य किसान सभा के सदस्य रविंद्र नाथ राय ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न किसान संगठन मिलकर बिहार के सभी जिलों में केन्द्र द्वारा लाया गए किसान विरोधी बिल का प्रदर्शन करेंगे.
कृषि बिल के खिलाफ 26 और 27 नवंबर को देशव्यापी प्रदर्शन
कृषि बिल के खिलाफ अब बिहार के किसान संगठनों ने भी ताल ठोक दी है. आगामी 26 व 27 नंवबर को हो रहे देशव्यापी प्रदर्शन में बिहार के किसान संगठन भी हिस्सा लेंगे. किसान सभा के सदस्य रविंद्र नाथ राय ने कहा बिहार के सभी जिलों में व्यापक प्रदर्शन होगा .
कृषि बिल से किसान और अधिक बदहाल हो जाएगा
रविन्द्र ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो 3 किसान विरोधी बिल पास किए हैं. बिजली बिल 2020 को लागू किया है. इससे गरीब किसानों को मिलने वाली सब्सिडी अब खत्म हो जाएगी. बिजली का रेट भी काफी बढ़ जाएगा. किसान को न तो एमएसपी मिलती न ही कोई अन्य सुविधा. और तो और मौसम की मार भी बेचारे किसान को ही खानी पड़ती है. यह किसान बिल किसानों को खुशहाल नहीं बदहाल बनाएगी.
कंपनी राज को लागू करना चाहती मोदी सरकार
उन्होंने कहा कि बिल के विरोध में किसान संगठनों ने फैसला किया है कि पूरे देश के सभी किसान संगठन सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करेंगे. किसान देश की राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे साथ ही सभी राज्यों में भी जोरदार प्रदर्शन करेंगे. सरकार चाहती है कि वो खेती में भी कंपनी राज को हावी कर दे. लेकिन देश के किसान इसको हरगिज लागू नहीं होने देंगे. हमारे प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से तीनों किसान विरोधी कानून को वापस करवा कर ही रहेंगे. करीब 300 से अधिक संगठनों ने इस आंदोलन के लिए हामी भरी है.