पटना: दूसरे लहर में कोरोना वायरस का संक्रमण बिहार में तेजी से फैल रहा है. रोज 4 हजार से अधिक मरीज मिल रहे हैं. पिछले साल आई पहली लहर में कोरोना वायरस की इतनी अधिक संक्रामकता नहीं थी. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि दूसरे लहर में कोरोना वायरस म्यूटेशन के चलते और अधिक ताकतवर बनकर लौटा है. वायरस की संक्रामता बढ़ी है, जिसके चलते यह तेजी से फैल रहा है.
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ज्यादा खतरनाक हो गया है कोरोना वायरस
"कोरोना वायरस का दूसरा वेब बहुत ही खतरनाक है. म्यूटेशन के चलते वायरस का रूप बदला है. यह ज्यादा खतरनाक है और ज्यादा तेजी से फैल रहा है."- डॉक्टर सुनील सिंह, वरिष्ठ चिकित्सक
"कोरोना वायरस के बदले रूप के कारण इस बार मृत्यु दर भी बहुत ज्यादा है. सरकार को इसलिए 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगाने पर विचार करना चाहिए. अभी 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है. टीका और मास्क ही लोगों को कोरोना से बचा सकता है."- डॉ अजय कुमार, अध्यक्ष, आईएमए बिहार
क्या है म्यूटेशन?
म्यूटेशन जेनेटिक मैटेरियल(डीएनए या आरएनए) में बदलाव है. म्यूटेशन द्वारा वायरस लगातार खुद को बदले रहते हैं. इसके चलते वायरस के नए वेरिएंट सामने आते हैं. म्यूटेशन जीवों में डीएनए रेप्लिकेशन (एक डीएनए से दो डीएनए बनना) के समय होता है. वायरस का जेनेटिक मैटेरियल डीएनए या आरएनए दोनों में से कोई एक हो सकता है. कोरोना वायरस का जेनेटिक मैटेरियल आरएनए है. इसमें म्यूटेशन आरएनए रेप्लिकेशन के समय होता है.
बढ़ गई सरकार की मुश्किलें
मंत्री, मुख्य सचिव, गृह सचिव, वित्त सचिव, प्रधान सचिव और अपर मुख्य सचिव के कोरोना पॉजिटिव होने से सरकार की मुश्किलें बढ़ गईं हैं. कोरोना संक्रमण के आंकड़े के साथ ही मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है.
सर्वदलीय बैठक के बाद हो सकता है बड़ा फैसला
सरकार की तरफ से लगातार कहा जाता रहा है कि लॉकडाउन की स्थिति अभी नहीं है, लेकिन जिस तरह से स्थिति बिगड़ रही है जल्द ही लॉकडाउन को लेकर कोई बड़ा फैसला हो सकता है. 17 अप्रैल को राज्यपाल के सर्वदलीय बैठक के बाद यह फैसला हो सकता है.