पटनाःराजधानी के प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना के सस्पेक्टेड मरीजों को देखा जा रहा है. निजी अस्पताल वाले प्राइवेट पैथोलॉजी के माध्यम से कोविड सस्पेक्टेड मरीजों का सैंपल जांच करा रहे हैं. शहर के लाल पैथ पैथोलॉजी, पैथ काइंड पैथोलॉजी, सरल पैथोलॉजी और सेन डायग्नोस्टिक अभी कोविड-19 टेस्ट कर रहे हैं.
फिक्स किया गया रेट
प्राइवेट पैथोलॉजी अधिकांश केसेज में मरीज के घर पर जाकर तमाम प्रिकॉशन के साथ सैंपल कलेक्ट कर रहे हैं. पटना के सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि सरकार ने प्राइवेट पैथोलॉजी के लिए कोविड-19 टेस्ट को लेकर एक रेट फिक्स कर दिया है. आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए कोई भी पैथोलॉजी 2500 रुपये से ज्यादा नहीं ले सकती है.
निजी पैथोलॉजी में कोविड टेस्ट
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि जिनके पास पैसा है ऐसे लोग ही निजी हॉस्पिटल में जाकर पैथोलॉजी के माध्यम से कोविड टेस्ट करा रहे हैं. प्राइवेट हॉस्पिटल वाले रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज की सूचना जिला सिविल सर्जन कार्यालय को देते हैं.
आईसीएमआर के गाइडलाइन
डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि पहले आईसीएमआर के गाइडलाइन के मुताबिक प्राइवेट पैथोलॉजी और अस्पताल वाले रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सिर्फ मरीज का नाम और फोन नंबर दिया करते थे. जिससे मरीज को ट्रेस कर पाना मुश्किल होता था.
मरीज को ट्रेस करने में आसानी
सिविल सर्जन ने बताया कि 3 दिन पहले सभी प्राइवेट पैथोलॉजी और हॉस्पिटल को कोरोना संक्रमित मरीज का नाम, घर का पता और मोबाइल नंबर कार्यालय को देने का निर्देश दिया गया है. ताकि मरीज को ट्रेस करने में आसानी रहे.
केयर सेंटर में एडमिट कराना लक्ष्य
डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि हमारा लक्ष्य पॉजिटिव मिल रहे मरीजों को कोविड-19 के केयर सेंटर में एडमिट कराना है. उन्होंने बताया कि अब नाम-पता मिलने से मरीजों को केयर सेंटर में एडमिट कराने में सुविधा हो रही है.
चार प्राइवेट पैथोलॉजी कर रहे हैं जांच
सिविल सर्जन ने कहा कि अभी शहर में मात्र चार प्राइवेट पैथोलॉजी वाले कोरोना की जांच कर रहे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि आगे आने वाले दिनों में कुछ अन्य पैथोलॉजी भी कोरोना की जांच करने के लिए सामने आएंगे.