पटनाः नियमितीकरण की मांग को लेकर बि हार के 11 लाख संविदा कर्मचारी 17 से 31 जनवरी को काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. संविदाकर्मियों की नौकरी को सुरक्षित करने की मांग को लेकर बिहार राज्य संविदा कर्मचारी संघ के बैनतर तले आंदोलन (Contractual Employee Will Protest for Job Regularization) करेंगे. पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष सह संविदा कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने इसकी घोषणा की.
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बिहार के सभी जिले में संविदा कर्मचारी 17-31 जनवरी तक काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे. संघ के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि हमारी सिर्फ एक ही मांग है कि संविदा पर कार्य कर रहे बिहार के 11 लाख से ज्यादा कर्मचारियों का जल्द से जल्द नियमितीकरण किया जाय. उनकी सेवा शर्त नियमावली बनायी जाय, ताकि समय से पहले कोई भी अधिकारी उन्हें नहीं हटा सके.
चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि अमूमन बिहार में देखा जाता है कि संविदा पर कर्मी को रखा जाता है और बाद में हटा दिया जाता है. नीतीश सरकार की यह नीति नहीं चलेगी. 2015 में नीतीश कुमार ने संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों के नियमितीकरण करने के लिए एक कमेटी का गठन किया था. उसकी रिपोर्ट भी आ चुकी है, लेकिन अभी तक संविदा पर कार्य कर रहे कर्मी को परमानेंट नहीं किया गया है. यह गलत है. हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द संविदा पर कार्य कर रहे लाखों कर्मचारी को सरकार नियमित करे और उन्हें सभी सरकारी लाभ दिया जाए.
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उन्होंने कहा कि सरकार अगर इसके बावजूद भी नहीं मानती है तो पटना के गांधी मैदान में संविदा कर्मियों की एक बड़ी सभा बहुत जल्द होगी. एकजुट होकर संविदा कर्मी को नियमित करने की मांग के लिए लंबी लड़ाई लड़नी होगी, तो बिहार राज्य संविदा कर्मचारी महासंघ लड़ने को तैयार है.
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