पटना: आज शिक्षक दिवस है, देशभर में इसको लेकर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. लेकिन बिहार में सरकार और शिक्षक आमने-सामने हैं. लाखों नियोजित शिक्षकों ने 'समान काम, समान वेतन' की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आज शिक्षक दिवस के मौके पर इन्होंने सरकार के खिलाफ विशाल धरना प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
सरकार ने नहीं दिया परमिशन
शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर खासतौर से इस दिन को चुना है. पहले उन्होंने पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन करने का फैसला किया, लेकिन सरकार ने इसकी परमिशन नहीं दी. फिर राजधानी के संजय गांधी स्टेडियम को चुना गया, सरकार ने इसे भी सील कर दिया. इन जगहों पर प्रदर्शन के लिए रोक लगने पर अब शिक्षकों ने गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
नियोजित शिक्षक प्रदर्शन (फाइल फोटो) गर्दनीबाग में शिक्षकों का धरना
शिक्षक संघों के बिहार राज्य संघर्ष समन्वय समिति ने निर्णय लिया है कि शिक्षक दिवस के दिन प्राथमिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक तक के स्कूलों में पूर्ण तालाबंदी की जायेगी. गर्दनीबाग में हजारों शिक्षक जुटेंगे और सरकार के खिलाफ एकदिवसीय विशाल धरना देंगे, जैसा कि पहले से तय था. सरकार के मना करने के बावजूद सभी नियोजित शिक्षक आंदोलन करेंगे और सभी सरकारी कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जायेगा.
नियोजित शिक्षक प्रदर्शन (फाइल फोटो) अनुपस्थित शिक्षकों पर होगी कार्रवाई- सरकार
हालांकि, सरकार ने पहले ही आदेश जारी कर दिया है कि शिक्षक दिवस के दिन सभी शिक्षक अपने स्कूल में होंगे और कार्यक्रम आयोजित करेंगे. सरकार ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर कोई शिक्षक 5 सितंबर को अपने विद्यालय से अनुस्थित पाया जाता है कि उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पत्र जारी कर डीईओ, डीपीओ और बीईईओ को ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे- शिक्षक
इधर, शिक्षकों ने हर हाल में पटना में विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया है. अनुमति नहीं मिलने के बाद भी शिक्षक गर्दनीबाग में सड़कों पर उतरेंगे. इसमें लाखों शिक्षकों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है. संघ का कहना है कि सरकार की कार्रवाई के डर से शिक्षक पीछे नहीं हटेंगे.