पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा है. इसमें आरजेडी 75 सीटों के साथ बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है, वहीं कांग्रेस 19 सीटों के साथ पिछे रह गई. इसके बाद कांग्रेस लगातार चुनावी परिणाम में धांधली का आरोप मढ़ रही है. साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके नीतीश कुमार को नसीहत दी है.
नीतीश कुमार को नसीहत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. दिग्विजय सिंह ने नीतीश कुमार को साथ आने की नसीहत दी है, हालांकि दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर बिहार प्रदेश के कोई भी कांग्रेसी नेता कुछ भी स्पष्ट कहने से बचते हुए दिख रहे हैं.
"राजनीति में कभी भी किसी के लिए दरवाजे बंद नहीं होते हैं. नीतीश कुमार को तय करना है कि वे क्या चाहते हैं? ये उनपर है कि बिहार में बीजेपी ने उन्हें जिस मुकाम पर पहुंचाया है वो उसके साथ रहना चाहते हैं या सम्मान के साथ राजनीति करना चाहते हैं."- अखिलेश सिंह, सांसद
सत्ता हासिल करने में जुटी है एनडीए
राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर एनडीए सत्ता हासिल करने में जुटी है. वहीं बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि बिहार की जनता ने अपना मैंडेट दे दिया है और वह नीतीश कुमार के पक्ष में नहीं है.
"जिस तरह से महागठबंधन में आरजेडी का जनता ने बढ़ चढ़कर साथ दिया है उसी तरह से एनडीए में बीजेपी का जनता ने साथ दिया है. नीतीश कुमार के महागठबंधन में आने का सवाल काल्पनिक है."-मदन मोहन झा, अध्यक्ष, बिहार प्रदेश कांग्रेस
दिग्विजय सिंह का ट्वीट
बता दें कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, भाजपा/संघ अमरबेल के समान हैं, जिस पेड़ पर लिपट जाती है वह पेड़ सूख जाता है और वह पनप जाती है. नीतीश जी, लालू जी ने आपके साथ संघर्ष किया है आंदोलनों मे जेल गए हैं. भाजपा/संघ की विचारधारा को छोड़ कर तेजस्वी को आशीर्वाद दे दीजिए. इस “अमरबेल” रूपी भाजपा/संघ को बिहार में मत पनपाओ.
नीतीश जी, बिहार आपके लिए छोटा हो गया है, आप भारत की राजनीति में आ जाएं. सभी समाजवादी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा में विश्वास रखने वाले लोगों को एकमत करने में मदद करते हुए संघ की अंग्रेजों के द्वारा पनपाई “फूट डालो और राज करो” की नीति ना पनपने दें. विचार जरूर करें.