सीएम जनता दरबार में भागलपुर से पहुंचा छात्र पटनाःबिहार के पटना मेंमुख्यमंत्री जनता दरबार (CM Janta Darbar In Patna) में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. भागलपुर से पहुंचे एक छात्र ने जब सीएम नीतीश कुमार को अपनी पीड़ा बताई तो शिक्षा विभाग की पोल खुल गई. इसके बाद सीएम ने शिक्षा विभाग को तुरंत फोन लगाने का आदेश दे दिया. छात्र की बात सुन सीएम भी खुद हैरान हो गए कि ऐसा कैसे हो सकता है?
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2016 में दी थी परीक्षाः दरअसल, छात्र भागलपुर का रहने वाला है. उसने कहा कि वह 2016 में बिहार बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा (Matric Exam 2016) दी थी. लेकिन बोर्ड ने रिजल्ट 2022 में दिया. इस बीच में बोर्ड ने कई बार छात्र को फर्स्ट व सेकेंड डिविजन का मार्क्स सीट देता रहा. छात्र ने बताया कि उसे कुल 5 मार्क्स सीट दिया गया. अंत में छात्र को फर्स्ट डिविजन का मार्क्स सीट दिया गया. वहीं छात्र ने आरोप लगाया कि उसका ऑबजेक्टिव की जांच नहीं हुई है.
2022 में मिला रिजल्टःभागलपुर से आए छात्र ने बताया कि पूरे चार साल में दो बार सेकेंड और तीन बार फर्स्ट किया गया. चार साल बाद 2022 में फर्स्ट डिविजन से पास किया गया. लेकिन अब तक फर्स्ट डिविजन की प्रोत्साहन राशि भी नहीं मिली है. कई बार जिला कार्यालय गया लेकिन कोई नहीं सुनता है. इसके बाद सीएम ने तुरंत शिक्षा विभाग को फोन लगाने का निर्देश दिया. सीएम ने तुरंत अनुदान राशि देने का शिक्षा विभाग को निर्देश दिया. साथ ही छात्र को राशि मिलने का आश्वासन दिया.
"2016 में बिहार बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा दी थी. बिहार बोर्ड ने पांच मार्क्स सीट दिया है. 2022 में मेरा रिजल्ट क्लियर किया है. पहले सेकेंड किया फिर फर्स्ट, फिर सेकेंड, फिर फर्स्ट और अंत में 2022 में फर्स्ट किया. लेकिन अब तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है."-पीड़ित छात्र, भागलपुर
कई जिलों से पहुंचे फरियादीः बता दें कि सोमवार को पटना में सीएम जनता दरबार लगाया गया, जिसमें बिहार के कई जिले से फरियादी पहुंचे थे. इसी दौरान भागलपुर से छात्र अपनी शिकायत लेकर पहुंचा तो शिक्षा विभाग की पोल खुल गई. इसके बाद सीएम ने शिक्षा विभाग को जमकर फटकार लगाई. छात्र को तुरंत प्रोत्साहन राशि देने का आदेश दिया गया.